मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू करते प्रारंभिक रूप से पूछताछ के लिए गुमशुदा चमकोर सिंह की पत्नी को पकड़ा था। पूछताछ में पत्नी निशा कौर ने पति की हत्या के लिए भाई जसबीर सिंह को बुलाने और भाई द्वारा पति की चाकू मार कर हत्या करने, शव को मगरकुंड रोड किनारे जलाने के बाद चादर से बांधकर पैलीमेटा बांध के मुख्य गेट के नीचे डालने की जानकारी दी। पुलिस ने तस्दीक के बाद गोताखोर की टीम बुलाकर खोजबीन कराई तो वहाँ सड़ा, गला शव बरामद किया। हाथ में कड़ा देखकर शव की पहचान चमकोर सिंह के रूप में की गई। मृतक चमकोर सिंह और पत्नी निशा कौर के बीच संबंध खराब होने के चलते लड़ाई झगडे़ और मारपीट की घटना लगातार हो रही थी। परेशान होकर पत्नी निशा ने अपने भाई जसबीर को बुलाकर पति की हत्या करवा कर शव को छिपा दिया था।
मामला खुलने के बाद पुलिस ने पत्नी निशा और उसके भाई जसबीर के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर मामला न्यायालय में पेश किया था। शासकीय अभिभाषक अल्ताफ अली द्वारा तर्क श्रवण किए जाने के बाद अपर सत्र न्यायाधीश चंद्रकुमार कश्यप ने मामले की सुनवाई करते आरोपियों पर दोष सिद्ध होने के बाद आजीवन कारावास और 5 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई ।