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गढ़बोर बनेगा नया प्रशासनिक केंद्र, राजसमंद जिले को मिली आठवीं पंचायत समिति

जिले के ग्रामीण अंचल के लिए एक बड़ी प्रशासनिक सौगात सामने आई है। राज्य सरकार ने गढ़बोर को नई पंचायत समिति का दर्जा दे दिया है।

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Charbhuja news panchayat samiti

Charbhuja news panchayat samiti

राजसमंद. जिले के ग्रामीण अंचल के लिए एक बड़ी प्रशासनिक सौगात सामने आई है। राज्य सरकार ने गढ़बोर को नई पंचायत समिति का दर्जा दे दिया है। लंबे समय से क्षेत्रवासी जिस मांग को लेकर आंदोलनरत थे, वह आखिरकार पूरी हो गई है। ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग ने देर रात इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। शासन सचिव डॉ. जोगाराम की ओर से जारी आदेश के अनुसार अब राजसमंद जिले में पंचायत समितियों की संख्या सात से बढ़कर आठ हो गई है। इससे पहले जिले में रेलमगरा, भीम, देवगढ़, खमनोर, राजसमंद, कुंभलगढ़ और आमेट पंचायत समितियां कार्यरत थीं, जबकि अब गढ़बोर भी इस सूची में शामिल हो गया है। गढ़बोर पंचायत समिति के गठन की घोषणा के बाद चारभुजा क्षेत्र में उल्लास का माहौल देखने को मिला। विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ का चारभुजा बस स्टैंड पर आतिशबाजी के साथ स्वागत किया।

25 गांव होंगे गढ़बोर पंचायत समिति के अंतर्गत

नवगठित पंचायत समिति गढ़बोर के अंतर्गत कुल 25 गांवों को शामिल किया गया है। इससे इन गांवों में विकास कार्यों को गति मिलने, सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और ग्रामीणों को त्वरित प्रशासनिक सेवाएं मिलने की उम्मीद है।

गढ़बोर पंचायत समिति में ये गांव होंगे शामिल

थुरावड़, सुंखार, अंटालिया, बाणिया टुंकड़ा, टाडवाड़ गुजरान, झीलवाड़ा, मानावतों का गुड़ा, जांबू का तालाब, सेवंत्री, सांथिया, धानीन, खरनोटा, लाम्बोड़ी, जनावद, डूंगरजी का गुड़ा, बांसा, उमरवास, गढ़बोर, रिछेड़, नाथेला, सोनियाणा, थोरिया, गजपुर, कोयल और बड़गुल्ला। बताया जा रहा है कि पूरे राजस्थान में फिलहाल केवल एक नई पंचायत समिति के गठन का आदेश जारी किया गया है, जिससे गढ़बोर को विशेष महत्व मिला है।

ग्रामीणों में खुशी, सरकार का जताया आभार

पंचायत समिति गठन की सूचना मिलते ही गढ़बोर और आसपास के गांवों में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों का कहना है कि इस निर्णय से क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित होगा। वर्षों से चली आ रही मांग पूरी होने पर लोगों ने राज्य सरकार और पंचायत राज विभाग का आभार जताया।

प्रशासनिक दबाव होगा कम, विकास योजनाओं में आएगी तेजी

विशेषज्ञों के अनुसार नई पंचायत समिति के गठन से प्रशासनिक कार्यों का विकेंद्रीकरण होगा और मौजूदा पंचायत समितियों पर पड़ने वाला दबाव कम होगा। स्थानीय जरूरतों के अनुरूप योजनाओं के निर्माण और क्रियान्वयन में अब अधिक प्रभावशीलता आएगी।

कुंभलगढ़ विधानसभा क्षेत्र को मिलेगा सीधा लाभ

गौरतलब है कि चारभुजा–गढ़बोर क्षेत्र कुंभलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में आता है। पंचायत समिति का दर्जा मिलने से अब ग्रामीणों को प्रशासनिक कार्यों के लिए दूर-दराज के दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। स्थानीय स्तर पर ही योजनाओं की निगरानी और क्रियान्वयन संभव हो सकेगा। विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि गढ़बोर पंचायत समिति के गठन से संबंधित आदेश जारी हो चुके हैं और जल्द ही प्रशासनिक ढांचा सक्रिय कर दिया जाएगा।

ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन के आदेश भी जारी

ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग ने जिले में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन को लेकर संशोधित आदेश भी जारी किए हैं। आदेश के अनुसार:-

  • रेलमगरा पंचायत समिति से ग्राम पंचायत पिपली अहिरान को हटाकर अब राजसमंद पंचायत समिति में शामिल किया गया है।
  • आमेट की देविया का मेरड़ा ग्राम पंचायत को विलोपित कर कुंभलगढ़ पंचायत समिति में सम्मिलित किया गया है।
  • भीम पंचायत समिति की ग्राम पंचायतें बांसावारी, राजारेल और परतों का चौड़ा विलोपित करने के बाद संशोधन में पुनः भीम में ही यथावत रखी गई हैं।

ग्राम पंचायतों की संख्या बढ़कर 288 हुई

जानकारी के अनुसार, पहले जिले में कुल 213 ग्राम पंचायतें थीं। भीम ब्लॉक की सात ग्राम पंचायतें ब्यावर जिले में शामिल हो गई हैं, हालांकि उनका प्रशासनिक संचालन फिलहाल राजसमंद से ही किया जा रहा है। नए गठन और पुनर्गठन के बाद अब जिले में ग्राम पंचायतों की कुल संख्या बढ़कर 288 हो गई है।

पंचायत समिति वार नई ग्राम पंचायतों की संख्या

  • आमेट : 11
  • भीम : 13
  • देलवाड़ा : 05
  • देवगढ़ : 06
  • खमनोर : 05
  • कुंभलगढ़ : 14
  • रेलमगरा : 09
  • राजसमंद : 11