दरअसल, रामपुर जिले में जिला पंचायत सदस्य पदों की 34 सीटों पर चुनाव हुआ। जिसमें सभी पार्टियों के नेताओं ने अपने अपने प्रतियाशियों को पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतारा लेकिन जब नतीजे आये तब पता चला कि सपा के 30 प्रतियाशियों में से 11 प्रतियाशी जीते जबकि भाजपा के 34 प्रतियाशियों में से कुल 7 प्रतियाशी चुनाव जीतकर आये हैं। इसी तरह से बसपा और कांग्रेस पार्टी के मात्र 2-2 कैंडिडेटों ने चुनाव में जीत दर्ज कराई है। इसके अलावा 11 निर्दलीय लोगों ने पंचायत सदस्य पद पर जीत दर्ज करके अपना स्यवं का जादू चलाया है।
बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव, रामपुर में सपा ने भाजपा को बड़े-बड़े झटके दिए हैं। अब जिला पंचायत चुनाव में सपा ने भाजपा को कड़ा झटका दिया है। राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट है कि पीएम मोदी की आंधी में आजम खान चट्टान बने रहे। वह स्यवं नगर की सीट से नौवीं बार विधायक बने, जबकि उन्होंने स्वार टांडा की सीट पर अपने बेटे को जीत दर्ज कराई। इसके अलावा चमरोवा विधानसभा सीट से अपने बेहद करीबी मित्र नसीर खान को चुनाव जिता दिया। वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जया प्रदा को मैदान में आजम खान के सामने उतारा। आजम ने जयाप्रदा को हराकर यहां अपना जलवा दिखाया और लोकसभा पहुचं गए। उसके बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी ने नगर विधानसभा सीट से उपचुनाव में भाजपा के उम्मदीवार भारत भूषण को हराया। अभी इन दिनों आजम सीतापुर की जिला जेल में बंद हैं।