
dont do this 7 work on diwali
रतलाम। आमतौर पर हर कोई चाहता है की माता महालक्ष्मी उनके साथ सदा रहे। उनको घर में कभी रुपए की कमी नहीं हो, लेकिन देवी भगवत महापुराण में वो 7 कार्य बताए गए है, जिनको करने से महालक्ष्मी कभी नहीं आती। जो है वो भी चली जाती है। इसलिए जब आगामी 27 अक्टूबर को महालक्ष्मी का पूजन करें तब इस बात का संकल्प ले यह छह कार्य भूलकर भी नहीं करेंगे। यह बात रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने कही। वे अश्विन माह के शुथ्ल पक्ष की ग्यारस को महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय के साथ जीवन में नहीं किए जाने वाले सात कार्य के बारे में बता रहे थे।
प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने कहा कि देवी भागवत महापुराण देवी दुर्गा पर आधारित सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है। इसमें देवी भगवती के सभी अवतारों और चमत्कारों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस महापुराण में देवी भगवती ने ऐसे 7 लोगों के बारे में कहा है, जिन पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। ये 7 लोग अपने जीवन में परेशानी और दु:खों का कारण बन सकते हैं। इन सात लोगों का साथ महालक्ष्मी कभी नहीं देती है।
ये है वो सात कार्य
1. दूसरों का दुख देखकर सुखी होने वाला ऐसे कई लोग होते हैं, जिन्हें दूसरों को परेशानी में या दु:खी देखकर सुख का अनुभव होता है। ऐसे लोग महादुष्ट माने गए हैं। इस तरह के लोग हर समय दूसरों के दु:ख पहुंचाने या मुसीबत खड़ी करने के बारे में सोचते रहते हैं। ऐसे लोग खुद तो परेशानी में फंसते ही हैं, साथ-साथ आपके लिए भी परेशानी का कारण बन सकते हैं। इन पर और इनकी बातों पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। इस प्रकार के लोग का साथ महालक्ष्मी भी नहीं देती है।
2. जो मनुष्य पराई स्त्रियों पर मन रखने वाला होता है, वह हर समय उनके आगे-पीछे घूमता रहता है। ऐसा इंसान किसी भी समय स्त्री के साथ बुरा व्यवहार कर जाता है। ऐसे व्यक्ति के मन में बुरी भावनाएं उत्पन्न होती रहती हैं। वह अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए किसी भी हद कर जा सकता है और कई बार तो अपराधी तक बन जाता है। ऐसे लोग चरित्रहीन होते हैं, उन पर कभी भी भरोसा नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, महालक्ष्मी इस प्रकार के लोगों का साथ नहीं देती है।
3. कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो भगवान और धर्म में आस्था नहीं रखते। जिन्हें ना तो धर्म-ज्ञान से कोई मतलब होता है, ना ही देव भक्ति से। ऐसा व्यक्ति धर्म और शास्त्रों में विश्वास ना होने की वजह से अधर्मी और पापी होता है। झूठ बोलना, बुरा व्यवहार करना आदि उसका स्वभाव बन जाता है। वह खुद का जीवन तो नरक के समान बनाता ही है, साथ ही उससे संबंध रखने वालों का व्यवहार भी अपने समान कर देता है। ऐसे मनुष्य से हमेशा दूर ही रहना चाहिए। महालक्ष्मी इस प्रकार के लोगों का साथ नहीं देती है।
4. लालच मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। लालची मनुष्य किसी के भी भरोसा के काबिल नहीं होता। लालची इंसान अपने फायदे के लिए किसी के साथ भी धोखा कर सकते हैं। ऐसे लोग धर्म-अधर्म के बारे में नहीं सोचते। ये लोग अपने मतलब को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं और आपको भी परेशानी में डाल सकते हैं। इसलिए, हर किसी को लोभी या लालची मनुष्य से दूर ही रहना चाहिए। महालक्ष्मी इस प्रकार के लोगों का साथ नहीं देती है।
5. जो मनुष्य दूसरों के प्रति अपने मन में जलन या द्वेष की भावना रखता है, वह निश्चित ही छल-कपट करने वाला, पापी, धोखा देने वाला होता है। वह दूसरों के नीचा दिखाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। जलन और द्वेष भावना रखने वाले के लिए सही-गलत के कोई पैमाने नहीं होते हैं। ऐसे व्यक्ति पर विश्वास करना आपके लिए बहुत बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। महालक्ष्मी इस प्रकार के लोगों का साथ नहीं देती है।
6. छल-कपट की भावना कई लोगों के मन में रहती है। ऐसे लोग लालची और मतलबी होते है। कपटी इंसान अपना मतलब पूरा करने के लिए किसी के साथ कोई भी गलत काम करने में एक पल भी नहीं हिचकिचाते। ऐसे लोगों के मन किसी के भी प्रति न तो अपनेपन की भावना होती है न ही प्रेम की। वे बस छल-कपट करके अपना हर काम पूरा करने में विश्वास रखते हैं। ऐसे आदमी की बातों पर या उस पर कभी भरोसा न करें। महालक्ष्मी इस प्रकार के लोगों का साथ नहीं देती है।
7. सामाजिक जीवन में सभी के लिए कुछ सीमाएं होती हैं। हर व्यक्ति को उन सीमाओं का हमेशा पालन करना चाहिए, लेकिन अहंकारी व्यक्ति की कोई सीमा नहीं होती। अंहकार में मनुष्य को अच्छे-बुरे किसी का भी होश नहीं रहता है। अहंकार के कारण इंसान कभी दूसरों की सलाह नहीं मानता और अपनी गलती स्वीकार नहीं करता। ऐसा व्यक्ति अपने परिवार और दोस्तों को दुख देने वाला होता है, उस पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए। महालक्ष्मी इस प्रकार के लोगों का साथ नहीं देती है।
Published on:
09 Oct 2019 10:22 am
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