VIDEO ट्रेन पर जमकर पथराव, ट्रेन अंधेरे में रखकर ले गया चालक सोमवार दोपहर सहायक मंडल इंजीनियर सुधीर निगम, मुख्य वेलफेयर इंसपेक्टर हरीश चांदवानी, आईओडब्ल्यू कैलाश कुमार, रेलवे के बिजली विभाग के संजय बोहरा आरपीएफ व जीआरपी का बल लेकर दोपहर 2.45 बजे सैलाना ब्रिज के करीब ए केबिन क्षेत्र में बनी रेलवे कॉलोनी में पहुंचे। यहां पर एक – एक आवास में रहने वाले को रेलवे का परिचय पत्र मांगा गया। यह पहली बार हुआ कि आवास में रहने वाले पूरे परिवार की फेमेली कार्ड को रेलवे अस्पताल से पहले ही जुटाया गया। इसी आधार पर रेलवे आवास में जांच हो रही है। जांच अभियान शाम की 6 बजे तक चलता रहा।
VIDEO आरडीएसओ का गति परीक्षण : मात्र 2.47 घंटे में कोटा से रतलाम आई ट्रेन तीन दिन का समय दिया करीब 100 आवास की जांच के दौरान ५ आवास इस प्रकार के मिले जहां किराएदार रह रहे थे। इनके आवास में बिजली व नल कनेक्शन को काटा गया। इसके बाद तीन दिन में खाली करने का नोटिस चस्पा किया गया। तीन दिन में आवास खाली नहीं होने पर आरपीएफ व जीआरपी के साथ मिलकर सामान जब्त किया जाएगा। इसके अलावा १२ आवास में अवैध कब्जे मिले। इनके सामान को घर से बाहर निकलवा दिया गया। इन अवैध कब्जे वालों ने दो से तीन दिन की मोहलत मांगी, लेकिन अधिकारियों ने साफ कर दिया कि आवास इसी वक्त खाली करना होगा, अन्यथा जेल भेज दिया जाएगा व सामान को जब्त कर लिया जाएगा।
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कुछ दिन पूर्व भी रेलवे ने आवासों की जांच का अभियान चलाया था। रेलवे बोर्ड के आदेश पर यह कार्य हो रहा है। पूर्व में जो अवैध कब्जे मिले थे उनको खाली करवाया गया था, लेकिन जिन आवास में किराएदार मिले थे, उन रेल कर्मचारियों को नोटिस फिलहाल जारी नहीं किए गए है। रेलवे आवास में जो पांच आवास किराए से पाए गए, उनमे से एक में कल्लो नाम की महिला स्वयं तो अवैध कब्जा करके रह रही थी, इसके अलावा चार अन्य आवास में कल्लो द्वारा किराए से देना पाया गया। इसके बाद सभी आवास में तीन दिन में खाली करने का समय दिया गया। रेल अधिकारियों के अनुसार कल्लो अवैध रुप से किराया वसूल रही थी। पुलिस को देखते ही उसने दौड़ लगा दी व फरार हो गई।
कुछ दिन पूर्व भी रेलवे ने आवासों की जांच का अभियान चलाया था। रेलवे बोर्ड के आदेश पर यह कार्य हो रहा है। पूर्व में जो अवैध कब्जे मिले थे उनको खाली करवाया गया था, लेकिन जिन आवास में किराएदार मिले थे, उन रेल कर्मचारियों को नोटिस फिलहाल जारी नहीं किए गए है। रेलवे आवास में जो पांच आवास किराए से पाए गए, उनमे से एक में कल्लो नाम की महिला स्वयं तो अवैध कब्जा करके रह रही थी, इसके अलावा चार अन्य आवास में कल्लो द्वारा किराए से देना पाया गया। इसके बाद सभी आवास में तीन दिन में खाली करने का समय दिया गया। रेल अधिकारियों के अनुसार कल्लो अवैध रुप से किराया वसूल रही थी। पुलिस को देखते ही उसने दौड़ लगा दी व फरार हो गई।