-कछुए की मूर्ति सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं।
-धन, समृद्धि, सौभाग्य और शक्ति को भी आकर्षित करती है।
-करियर में अच्छी तरक्की मिलती है।
-बिजनेस में लाभ मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
-मां लक्ष्मी का हमेशा वास रहता है।
-धातु का कछुआ नॉर्थ या नॉर्थ वेस्ट दिशा में रखें।
-लकड़ी का कछुआ ईस्ट या साउथ ईस्ट दिशा में रखें।
-ग्लास या क्रिस्टल का कछुआ साउथ-वेस्ट या नॉर्थ वेस्ट दिशा में रखें।
-पत्थर का कछुआ पश्चिम दिशा में रखें।
धन प्राप्ति और करियर में ग्रोथ के लिए कछुए की कौन सी मूर्ति किस दिशा में रखें?
-करियर में ग्रोथ के लिए काले रंग के कछुए की धातु की मूर्ति या पेंटिंग लिविंग रूम या कार्यस्थल पर रखनी चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि कछुए की मूर्ति के मुंह में चीनी सिक्का होना चाहिए। क्योंकि ये आय में बढ़ोतरी का संकेत माना जाता है। मूर्ति को इस तरह से रखें कि इसका मुंह घर के मुख्य द्वार की तरफ रहे।
-कहा जाता है जहां कछुआ रखा जाता है वहां मां लक्ष्मी का आगमन होता है। इसे धन प्राप्ति का कारक माना जाता है। अगर आपके जीवन में धन संबंधी परेशानियां बनी हुई हैं तो घर में क्रिस्टल का कछुआ रखें। इससे आपकी धन संबंधी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
-व्यापार में तरक्की और सफलता पाना चाहते हैं तो घर में पीतल की धातु का कछुआ रखें। नया व्यापार शुरू कर रहे हैं तो दुकान या ऑफिस में चांदी का कछुआ रखें। इससे काम में उतार-चढ़ाव कम आते हैं।
कछुए को रखने की शुभ दिशा?
-अगर करियर में तरक्की चाहते हैं तो काले रंग के कछुए को उत्तर दिशा में रखें।
-घर के मुख्य द्वार पर पश्चिम की दिशा में कछुआ रखने से सुरक्षा मिलती है।
-क्रिस्टल से बने कछुए को दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें।
-लकड़ी से बने कछुए को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
-मिट्टी से बना कछुआ उत्तर-पूर्व दिशा, मध्य या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें।
-धातु से बने कछुए को उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा में रखें।
-मिश्रित धातु के कछुए को उत्तर दिशा में रखें।
-फेंगशुई अनुसार कछुए का मुख हमेशा घर की पूर्व दिशा में होना चाहिए। इन 4 नाम की लड़कियों पर मां अन्नपूर्णा की मानी जाती है विशेष कृपा, ससुराल वालों के लिए होती हैं भाग्यशाली
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।)