आचार्य चाणक्य के अनुसार जो स्त्री धर्म के रास्ते पर चलती है उसके पति का जीवन सफल और सुखमय हो जाता है। जो स्त्री भगवान पर विश्वास रखती है उसके घर में सदैव ईश्वर का वास रहता है और घर में हमेशा खुशहाली बनी रहती है। ऐसे घर में कभी किसी प्रकार का संकट नहीं आता।
2. जो रखे संतोष
चाणक्य ने दूसरा गुण बताया है संतोष। चाणक्य कहते हैं कि जिस स्त्री में संतोष की भावना होती है और जिसकी इच्छाएं सीमित होती हैं, उसका दांपत्य जीवन सदैव खुशियों से भरा रहता है। ऐसी स्त्री के पति को भाग्यशाली माना जाता है।
3. जो धैर्यवान हो
चाणक्य नीति के अनुसार एक अच्छी पत्नी का तीसरा गुण है धैर्य। जो स्त्री हर परिस्थिति का सामना धैर्य से कर सकती है उसका पति भाग्यशाली होता है। धैर्य सुखी जीवन का सबसे बड़ा कारक होता है। अगर धैर्य है तो हर परिस्थिति का सामना इंसान आसानी से कर सकता है।
4. जिसका स्वभाव शांत हो
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो स्त्री शांत स्वभाव की होती है और अधिक गुस्सा नहीं करती उसका पति भी भाग्यशाली होता है। क्योंकि क्रोध में इंसान को कुछ ऐसा करने या कहने पर मजबूर कर देता है जिससे की बाद में उसे पछताना पड़े। इसलिए क्रोध को इंसान का सबसे बड़ा शत्रु माना जाता है।
5. मीठी बोली वाली
चाणक्य नीति के अनुसार जिस स्त्री की वाणी में मिठास होती है उसका पति किस्मत वाला होता है। ऐसी स्त्री अपने पति का जीवन स्वर्ग के समान बना देती है। ऐसी स्त्री के होने से घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है।