
चंद्र ग्रहण 2023 अक्टूबर
कब लग रहा है चंद्र ग्रहण
पंचाग के अनुसार साल 2023 का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण 28-29 अक्टूबर की मध्यरात्रि को लगेगा। खगोलविदों के अनुसार यह चंद्रग्रहण आंशिक चंद्रग्रण होगा और अधिकतम स्थिति में चंद्रमा का लगभग 12 फीसदी भाग पृथ्वी की उपच्छाया से छिपा रहेगा। उपच्छाया के अंदर चंद्रमा का हिस्सा पृथ्वी के वायुमण्डल के माध्यम से अपवर्तित सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होगा।
कहां-कहां दिखेगा चंद्रग्रहण
आंशिक चंद्रग्रहण अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, अफ्रीका, एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश भाग से और उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के पूर्वी क्षेत्रों से दिखाई देगा। यह चंद्र ग्रहण भारत, नेपाल, पाकिस्तान, मॉरीशस और सिंगापुर से भी नजर आएगा।
इस खगोलीय घटना को देखने के इच्छुक नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, अहमदाबाद, कोलकाता, वाराणसी, काठमांडू, टोक्यो, जोहानसबर्ग, रोम, मैड्रिड, बीजिंग, मास्को, पेरिस, लन्दन, पर्थ और सिंगापुर आदि शहरों में देख सकेंगे। हालांकि आंशिक चंद्रग्रहण को उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी क्षेत्रों से नहीं देखा जा सकेगा।
चंद्रग्रहण का सूतक काल
हिंदू धर्म में चंद्रग्रहण को धार्मिक घटना माना जाता है। हालांकि जिस जगह पर चंद्रग्रहण दिखता है, वहीं इसका सूतक काल लगता है और तभी धार्मिक कर्मकांड संपन्न किए जाते हैं। हालांकि यदि मौसम की वजह से चन्द्रग्रहण दर्शनीय नहीं है तो ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण के सूतक का अनुसरण किया जाता है और ग्रहण से संबंधित नियमों का पालन किया जाता है।
मान्यता के अनुसार सूतक काल के समय पृथ्वी का वातावरण दूषित होता है।
सूतक के अशुभ प्रभावों से सुरक्षित रहने के लिए अतिरिक्त सावधानी रखनी चाहिए। हिंदू समय गणना के अनुसार सूर्योदय से सूर्योदय तक आठ प्रहर होते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पहले तीन प्रहर के लिए सूतककाल माना जाता है। इसलिए चंद्र ग्रहण से नौ घंटे पूर्व से सूतक काल लग जाता है। उदाहरण के लिए भोपाल में खंडग्रास चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर देर रात 1.06 मिनट पर लग रहा है। इसलिए यहां सूतक काल शाम 4.06 बजे से लग जाएगा।
चंद्र ग्रहण का सभी राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव
1. मेष: मेष राशि वालों को चंद्रग्रहण के प्रभाव से चोट लग सकती है या किसी छोटी बड़ी दुर्घटना का शिकार बन सकते हैं।
2. वृषः ऐसे लोग जिनकी राशि वृष है चंद्रग्रहण के प्रभाव से नुकसान उठा सकते हैं।
3. मिथुनः मिथुन राशि वालों के लिए चंद्रग्रह ग्रहण लाभकारी है।
4. कर्कः कर्क राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण लाभदायक है।
5. सिंहः सिंह राशि वालों के मान सम्मान को ठेस पहुंचाएगा।
6. कन्याः चंद्र ग्रहण का कन्या राशि पर सबसे अधिक असर हो सकता है। इसे सबसे अधिक कष्ट हो सकता है, इनको मृत्यु तुल्य कष्ट भोगना पड़ सकता है।
7. तुलाः तुला राशि के लिए स्त्री पीड़ा, व्यापार में हानि का योग बनेगा।
8. वृश्चिकः वृश्चिक राशि के लोगों के लिए यह ग्रहण अच्छा है।
9. धनुः धनु राशि वालों के लिए यह ग्रहण चिंता का विषय बन सकता है।
10. मकरः मकर राशि वालों के लिए ये ग्रहण मानसिक, आर्थिक और शारीरिक दुख का कारण बनेगा।
11. कुंभः कुंभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण लाभकारी है और अप्रत्याशित धनलाभ कराएगा।
12. मीनः मीन राशि वालों के लिए यह ग्रहण अप्रत्याशित रूप से खर्च बढ़ाने वाला है।
भोपाल में चंद्रग्रहण का समय
चंद्र ग्रहण प्रारंभः 29 अक्टूबर सुबह 1:06 बजे (मध्यरात्रि)
चन्द्र ग्रहण समाप्तः सुबह 02:22 बजे (1 घंटा 16 मिनट और 16 सेकेंड बाद)
उपच्छाया से पहला स्पर्शः 28 अक्टूबर रात 11:32 बजे
सूतक प्रारम्भ : 28 अक्टूबर दोपहर 02:54 बजे से
सूतक समाप्तः 29 अक्टूबर सुबह 02:22 बजे (मध्यरात्रि)
बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिए सूतक प्रारम्भः 28 अक्टूबर रात 08:55 बजे
बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिए सूतक समाप्तः 29 अक्टूबर सुबह 02:22 बजे (मध्यरात्रि)
नोएडा, दिल्ली और पटना जैसे शहरों में भी इसी समय चंद्रग्रहण लगेगा।
भोपाल में विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि किस समय लगेगा चंद्र ग्रहण
आंशिक ग्रहण आरंभ: 29 अक्टूबर, रात को 1 बजकर 5 मिनट से
अधिकतम ग्रहण: 29 अक्टूबर, रात को 1 बजकर 44 मिनट से
आंशिक ग्रहण समाप्त: 29 अक्टूबर, रात को 2 बजकर 22 मिनट से
उपछाया ग्रहण समाप्त: 29 अक्टूबर, रात को 3 बजकर 56 मिनट पर
चंद्रग्रहण की कुल अवधि: 4 घंटे 25 मिनट
आंशिक ग्रहण की कुल अवधि: 1 घंटे 17 मिनट
Updated on:
28 Oct 2023 06:27 pm
Published on:
26 Oct 2023 08:07 pm
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