भागवत गीता में भी कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जो आज के युग में भी सार्थक है। माना जाता है कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए गीता में बताई गई इन बातों पर अमल कर के जीवन की हर परेशानियों से बाहर निकला जा सकता है। आइये जानते हैं उन बातों के बारे में…
कुरुक्षेत्र के मैदान में भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश देते हुए कहा है कि जो व्यक्ति बिना वजह किसी पर संदेह करता है वह कभी भी खुश नहीं रह सकता है। ऐसे में बिना किसी वजह के किसी पर संदेह नहीं करना चाहिए।
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश देते हुए कहा है कि वासना, लालच और गुस्सा, ये तीन नरक के द्वार हैं। भागवत गीता के अनुसार, जो लोग इन चीजों से दूर रहते हैं, वे हमेशा सुखी रहते हैं।
भागवत गीता के अनुसार, जो भी जन्म लेता है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है। ऐसे में जो चीज निश्चित है उसके लिए कभी भी शोक या पछतावा नहीं करनी चाहिए।
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश देते हुए कहा है कि जो लोग बुद्धिमान हैं, उन्हें समाज के लिए काम करना चाहिए और समाज की भलाई के लिए बिना स्वार्थ योगदान देना चाहिए।
भागवत गीता के अनुसार, जो व्यक्ति जो व्यक्ति भगवान को याद करते हुए मृत्यु को प्राप्त करता है, वह सीधा भगवान के धाम को प्राप्त करता है, अर्थात बैकुंठ धाम जाता है।