5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Gopashtami 2022 : किस दिन है गोपाष्टमी, जानें ता​रीख, शुभ मुहूर्त व महत्व

- इस दिन गायों का दर्शन-पूजन करने के साथ हीगोमाता को नैवेद्य अर्पण करते हुए नैवेद्य करना चाहिए।

2 min read
Google source verification

image

Deepesh Tiwari

Oct 25, 2022

gopastami_2022.jpg

हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर भारतीय पर्व परम्परा में गोपाष्टमी मनाई जाती है। इस दौरान यानि गोपाष्टमी के दिन उपवास रखा जाता है।

दरअसल सनातन धर्म व संस्कृति के एक अभिन्न हिस्सा माने जाने वाली गाय को, भारत में माता के रूप में पूजा जाता है। गौ (गाय) माता में सभी देवी-देवताओं का वास माना जाता है। गोपाअष्टमी यह पर्व गौ माता को ही समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार द्वापरयुग में भगवान कृष्ण और बलराम जी को गौ रक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी, जिस कारण उन्होंने गौ पालन में प्रशिक्षण भी हासिल किया था।

जानकारों के अनुसार इस दिन गायों का दर्शन-पूजन करना चाहिए। इसके बाद गोमाता को नैवेद्य अर्पण करते हुए नैवेद्य में गायों को रुचिकर आहार प्रदान करना चाहिए।

तो चलिए जानते है इस साल यानि 2022 में किस तारीख को गोपष्ठमी का यह त्यौहार है और इसे मनाने का क्या महत्व है-

गोपाष्टमी 2022 का दिन व शुभ समय | Gopashtami Festival 2022 Date and Auspicious time
भारतीय कालगणना के आधार हिंदू पंचाग के मुताबिक कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गौ (गाय) माता की पूजा की जाती है। गौ माता के इस पर्व को गोपाष्टमी कहा जाता है। ऐसे में इस वर्ष यानि 2022 में 1 नवंबर के दिन गोपाष्टमी का त्यौहार मनाया जाएगा।

कार्तिक शुक्ल अष्टमी तिथि - 01 नवंबर, 2022
अष्टमी तिथि शुरु - 01 नवंबर को दोपहर 01:11 बजे से
अष्टमी तिथि का समापन - 01 नवंबर को रात्रि 11:04 बजे तक

गोपाष्टमी पूजा विधि | Gopashtami Festival Puja Vidhi
: गोपाष्टमी के दिन प्रातः गायों को स्नान कराएं।
: इसके पश्चात पुष्प इत्यादि से गाय का पूजन करें और गाय के पैर छूएं।
: गायों का पूजन करने के बाद उनकी परिक्रमा अवश्य करें।

: इस दिन गायों का अच्छी तरह श्रृंगार करें और उन्हें अच्छी तरह सजाएं।
: गायों का अच्छे तरह से श्रृंगार कर उन्हें भोजन कराएं।
: फिर शाम के समय गायों का पंचोपचार पूजन करके उन्हें कुछ खाने को दें।
: अब गौ माता के पैरों की मिट्टी को मस्तक पर लगाएं और हाथ जोड़कर प्रणाम करें।

इस प्रकार आप गोपाष्टमी के दिन गाय माता का पूजन भी करें।

गोपाष्टमी का महत्व | Significance of Gopashtami Festival
1. सनातन धर्म में गाय को मां के समान पूजनीय माना जाता है।
2. हिन्दू धर्म में गोपाष्टमी की पूजा महत्वपूर्ण पूजाओं में से एक मानी जाती है।
3. इस दिन गौ माता का श्रध्दापूर्वक पूजन करने से अच्छा भाग्य और समृद्धि मिलती है।
4. गोपाष्टमी के दिन गाय माता की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ।
5. इस दिन गाय माता का विधिवत पूजन करने से खुशहाल जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है।