5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कॉम्प्टिशन की तैयारी कर रहे हैं तो जरूर जपें देवी चामुंडा का चमत्कारिक मंत्र, भाग्य के साथ से शर्तिया मिलेगी परीक्षा में सफलता

durga mantra to competitive exam success प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं पर आखिर समय में कोई समस्या आ जाती है, पेपर अच्छा होता है पर रिजल्ट निराश करता है तो आपके तारे आपके पक्ष में नहीं है। लेकिन इस समस्या का भी एक आसान उपाय है, रोज सिर्फ एक मंत्र का जाप आपके दुर्भाग्य को दूर कर देगा और भाग्य का साथ मिलने से आपको परीक्षा में सफलता मिलने लगेगी तो आइये जानते हैं शक्तिशाली सौभाग्य मंत्र कौन सा है..

2 min read
Google source verification

image

Pravin Pandey

Feb 06, 2024

argala_stotram.jpg

प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए जरूर जपें यह मंत्र

देवी चामुंडा की महिमा
आदि शक्ति माता दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि की महिमा निराली है, माता संसार के कल्याण के लिए बड़ी संकट को दूर करने के लिए यह स्वरूप धारण करती हैं। यह पल में प्रसन्न होने वाली और मनुष्य को हर संकट से उबारने वाली हैं। यह माता दुर्गा का सबसे शक्तिशाली स्वरूप हैं, काल भी जिनके अधीन है। ऐसी माता की कृपा मिलने पर दुर्भाग्य भी दूर हो जाता है। इसलिए आपकी कुंडली का कोई ग्रह आपके काम में बाधा बन रहा है तो वह भी सीधा हो जाता है और शुभ फल देने लगता है। आइये जानते हैं माता दुर्गा का वह शक्तिशाली मंत्र..

सौभाग्य मंत्र
वंदिताङ्घृयुगे देवी सर्वसौभाग्यदायिनी ।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ॥8॥

अर्थः जिनके चरणों की जोड़ी की सभी स्तुति करते हैं और जो सभी का कल्याण करने वाली और सौभाग्य प्रदान करने वाली हैं, उन देवी दुर्गा को नमस्कार है। हे देवी, कृपयामुझे (आध्यात्मिक) सुंदरता प्रदान करें , कृपया मुझे (आध्यात्मिक) विजय प्रदान करें, कृपयामुझे (आध्यात्मिक) महिमा प्रदान करें, काम क्रोध आदि मेरे शत्रुओं का नाश करें।

रोजाना करें एक माला जाप

पुरोहितों के अनुसार यह मंत्र देवी महात्म्य के दुर्गा सप्तशती अर्गला स्तोत्रम् का हिस्सा है और मां दुर्गा को बेहद प्रिय है। माना जाता है कि इस मंत्र का रोजाना एक माला जाप माता को प्रसन्न रखता है और उनके कृपा पात्र का कोई अहित नहीं कर सकता है। इसलिए विद्यार्थियों को स्नान ध्यान के बाद पूजा के दौरान 108 बार इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इससे उसका समस्त संकट दूर हो जाएंग, सभी ग्रह शुभ फल देंगे और उसके रास्ते की बाधाएं दूर हो जाएंगी। देवी दुर्गा बुध ग्रह की स्वामिनी हैं, उनकी इस मंत्र से आराधना करने से बुद्धि और व्यापार का कारक ग्रह बुध भी अनुकूल रहता है। वैसे भी मां दुर्गा के भक्तों को शनि और राहु केतु जैसे क्रूर ग्रह भी शुभ फल ही देते हैं।