Surya Grahan or Solar Eclipse April 2022 Date and Time in India: 30 अप्रैल को लगने वाले साल के पहले सूर्य ग्रहण से जुड़ी हर एक अपडेट जाने यहां।
नई दिल्ली
Updated: April 30, 2022 08:54:09 am
शनिचरी अमावस्या पर भरणी नक्षत्र और मेष राशि में लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए पूरी डिटेल
साल का दूसरा व अंतिम सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर 2022 को लगेगा। यह सूर्यग्रहण अफ्रीका महाद्वीप के उत्तर-पूर्वी भाग, एशिया के दक्षिण-पश्चिमी भाग और अटलांटिक में देखा जा सकेगा।
साल का पहला सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में नजर आएगा। भारत में यह सूर्यग्रहण नहीं दिखेगा। क्योंकि भारत में ग्रहण के समय रात होगी। जिसके कारण भारत में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
साल का पहला सूर्य ग्रहण मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगेगा। जिसका सबसे अधिक प्रभाव इसी राशि और नक्षत्र के लोगों पर पड़ेगा। ये आंशिक सूर्य ग्रहण होगा जो भारत में नहीं दिखाई देगा। इसकी के ठीक 15 दिन बाद चंद्र ग्रहण लगेगा।
सूरज ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर के अंदर ही रहना चाहिए। इस दौरान सोएं नहीं। सूर्य ग्रहण की हानिकारक किरणों से बचने के लिए घर की खिड़कियों को पर्दों से ढक दें।
वहीं गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि वह ग्रहण की समाप्ति पर अशुभ प्रभावों से बचने के लिए स्नान कर लें। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय और किन कार्यों को करने से बचना चाहिए जानने के लिए यहां क्लिक करें
मेष, मिथुन, कन्या और कुंभ वालों के लिए ग्रहण उतना अच्छा नहीं दिखाई दे रहा है। ग्रहण काल में इस राशि के लोगों को विशेष रूप से सावधान रहना होगा। सूर्य ग्रहण का आपर पर 15 दिन कर असर रहेंगे। हर काम में सावधानी बरतनी होगी। नुकसान होने की संभावना है। दुश्मन परेशान कर सकते हैं।
30 अप्रैल को लगने वाले ग्रहण के दौरान गुरु और शुक्र दोनों समान अंशों पर स्थिति रहेंगे। ऐसे में गुरु और शुक्र की ये स्थिति ग्रहण के दौरान प्रबल होगी। इस युति से कई लोगों को नुकसान हो सकता है।
ये एक आंशिक सूर्य ग्रहण है। जिसकी शुरुआत 30 अप्रैल की रात 12 बजकर 15 मिनट से होगी और समाप्ति सुबह 4 बजकर 7 मिनट पर होगी। इस ग्रहण का वैसे तो लगभग सभी राशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। लेकिन कुछ ऐसी भी राशियां हैं जिनके लिए ये ग्रहण शुभ साबित हो सकता है। सूर्य ग्रहण किन राशियों के लिए शुभ साबित होगा ये जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें-
Apr 29, 2022 | 01:19 PM (IST)
सूर्य ग्रहण के दौरान कई सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। ग्रहण के समय खाना न तो बनाना चाहिए और न ही खाना। ग्रहण काल में पूजा पाठ भी नहीं किया जाता है। बल्कि घर के मंदिर को ढक देने की सलाह दी जाती है। ग्रहण काल में सोने से भी बचना चाहिए। ग्रहण लगने से पहले ही खाने-पीने की वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डाल देने चाहिए।
ग्रहण का जिक्र होता है तो सूतक काल की बात जरूर आती है। ऐसे में सवाल होता है कि, आखिर सूतक काल है क्या? जानकारी के लिए बता दें कि ग्रहण लगने से पहले की समय अवधि को अशुभ माना जाता है जिसे सूतक के नाम से जानते हैं। इस समय अवधि में सभी शुभ काम या मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। यही वजह है कि सूतक काल से बचने के लिए कुछ प्रभावी उपाय बताए गए हैं।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ पौराणिक कथाएं एवं मान्यताएं हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान जब देवताओं और असुरों के बीच विवाद खड़ा हो गया तो इसके समाधान के लिए विष्णु भगवान ने मोहिनी एकादशी के दिन मोहिनी रूप धारण किया। इसके बाद उन्होंने देवताओं और दानवों को अलग-अलग पंक्ति में खड़ा होने के लिए कहा। परंतु असुरों ने धोखे से देवताओं की पंक्ति में लगकर अमृत पान कर लिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना मानी जाती है। धार्मिक दृष्टि से ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता। सूर्य ग्रहण की बात करें तो ये तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है। इस स्थिति में सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती हैं और इसे ही सूर्य ग्रहण या पूर्ण सूर्यग्रहण कहा जाता है। वहीं जब चंद्रमा सूर्य के केवल कुछ ही भाग को ढक पाता है तो उसे आंशिक सूर्यग्रहण कहते हैं और जब चंद्रमा सूर्य के मध्य भाग को ढकता है इस स्थिति को वलयाकार सूर्यग्रहण कहते हैं।
30 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण कर्क वालों के लिए भी शुभ साबित होगा। यदि आप वाहन या मकान खरीदने का विचार कर रहे हैं तो आपकी इच्छा पूरी हो सकती है। धन लाभ के प्रबल आसार दिखाई दे रहे हैं। ससुराल पक्ष से भी आपको लाभ मिल सकता है। लेकिन सेहत का ख्याल रखने की जरूरत है।
मिथुन राशि के लोगों के लिए ये सूर्य ग्रहण शुभ साबित होने वाला है। धन में वृद्धि के योग बन रहे हैं। नौकरी पेशा जातकों की आय में बढ़ोतरी होने की भी प्रबल संभावनाएं हैं। बॉस आपका अप्रैजल कर सकते हैं। किसी पुराने कर्ज से मुक्ति मिल सकती है।
2022 में कुल 4 ग्रहण लगने हैं। जिनमें पहला ग्रहण 30 अप्रैल की रात को लगने जा रहा है। जो आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। ये ग्रहण भले ही भारत में नहीं दिखाई दे रहा हो लेकिन इसका प्रभाव सभी राशि वालों के जीवन पर पड़ेगा। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी होगी। ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले सूतक आरंभ हो जाता है। इस दौरान कई कार्यों को करने की मनाही होती है। लेकिन 30 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा। क्योंकि ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई दे रहा है। धार्मिक मान्यताओँ अनुसार सूतक उसी ग्रहण का लगता है जो ग्रहण अपने क्षेत्र में नजर आ रहा हो।
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) के बुरे प्रभाव से बचने के लिए सूर्य ग्रहण के समय सूर्य देव की आराधना करना सर्वाधिक उपयुक्त होता है। सूर्य ग्रहण के समय इस मंत्र का जाप करना विशेष फलदायक माना जाता है- “ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो: सूर्य: प्रचोदयात”।
सूर्य ग्रहण के दौरान मेष, सिंह और मकर वालों को सावधान रहना होगा। स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन में कलह रह सकती है। आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। कुल मिलाकर इन राशियों के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत होगी।
सूर्य ग्रहण से 3 राशि वालों को लाभ मिलेगा। ये राशियां हैं मिथुन, कन्या और कुंभ। इन राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। धन प्राप्ति के प्रबल आसार हैं। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। व्यापार में उन्नति मिलेगी। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी।
यह सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, अटलांटिक क्षेत्र, प्रशांत महासागर, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी भागों में दिखाई देगा। भारत के लोग इस ग्रहण को नहीं देख पायेंगे। जिस वजह से इसका सूतक काल यहां मान्य नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूर्य ग्रहण लग जाता है। लेकिन 30 अप्रैल को लगने वाले ग्रहण का सूतक काल नहीं लगेगा। क्योंकि ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। सूतक काल उसी ग्रहण का माना जाता है जो अपने क्षेत्र में दिखाई दे रहा हो।
30 अप्रैल 2022 को आकार लेने वाला सूर्य ग्रहण एक आंशिक सूर्य ग्रहण है। इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी अधिक होगी जिसकी वजह से सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने से पहले ही चंद्रमा मध्य में आ जाने से सूर्य का कुछ ही भाग ग्रसित नजर आएगा और पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं होगा। यही वजह है कि यह आंशिक सूर्यग्रहण कहलाएगा।
सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार 30 अप्रैल 2022 की रात 12:15 बजे से शुरू होकर प्रातः काल 04:07:56 बजे तक रहेगा। ये आंशिक सूर्यग्रहण होगा। इस सूर्य ग्रहण को अंटार्कटिका के अतिरिक्त अटलांटिक क्षेत्र, प्रशांत महासागर और दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी भागों में देखा जाएगा। भारत में ये सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा।
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