समस्या आने पर क्या करना चाहिए, इस कहानी से जानें आदि शंकराचार्य ने कैसे निकाला रास्ता
आजकल छोटी-छोटी समस्याओं से लोग परेशान हो जाते हैं और हिम्मत हार कर अपनी जीवन लीला भी खत्म कर बैठते हैं। ऐसे लोगों के लिए आदि शंकराचार्य ने राह दिखाई है कि किसी भी सूरत में हिम्मत नहीं हारना चाहिए और धैर्य से समस्या के समाधान के लिए रास्ता खोजना चाहिए फिर चाहे वह भौतिक समस्या हो या आध्यात्मिक। ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इससे संबंधित कथा सुनाई, इसमें उन्होंने आदि शंकराचार्य की दीक्षा और संकट में उठाए जाने वाले कदमों का संकेत है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, जगद्गुरु शंकराचार्य, ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम जानें विपत्ति आने पर क्या करना चाहिए आदि शंकराचार्य ने ऐसे निकाला रास्ता आदि शंकराचार्य ने रची नर्मदा की सर्वश्रेष्ठ स्तुति आठ वर्ष की उम्र में रचा था