जिले में शुक्रवार तक 9 खरीद केन्द्र पर 269 किसान उपज बेचने पहुंचे। खरीद चालू हुए पचीस दिन बीत गए। लेकिन, अभी तक करीब पंद्रह हजार क्विंटल ही गेहूं की तौल हो सकी है। कृषि उपज केन्द परिसर में खोले गए केन्द्रों के अलावा किसी भी केन्द्र पर तौल चालू नहीं हो सकी है। मौसम खराब होने के कारण किसान भयभीत हैं। कुठिला के रामायण सिंह ने बताया कि केन्द्र पर छाया की व्यवस्था नहीं है। तौल के लिए गेहूं लेकर पहुंचने पर बारिश का डर बना हुआ है।
नईगढ़ी के कमलेश कुमार पटेल कहते हैं कि फसल तैयार हो गई है, पिछले तीनचार दिन से मौसम खराब होने के कारण केन्द्र पर लेकर नहीं जा रहे हैं। सोनवर्षा गांव के मुन्ना पटेल ने बताया कि बारिश के चलते गेहूं का डंठल नम हो गया है। जिससे थ्रेसरिंग प्रभावित हो गई है। कमोवेश यही स्थिति ज्यादातर किसानों की है। जिले में 83 केन्द्र बनाए गए हैं। ज्यादातर समितियों पर खरीद केन्द खुले आसमान के नीचे बनाए गए हैं। जिससे उपज तैयार करने वाले किसान खुले में उपज बेचने को लेकर भयभीत हैं। करहिया कृषि उपज मंत्री में चोरहटा, खैरा सहित कुल 9 केन्द्र पर गेहूं की तौल प्रारंभ हो गई है।
जिले में चना, मसूर और सरसो की तौल के लिए दस केन्द्र बनाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सभी कृषि उपज मंडी परिसर में खरीद केन्द्र बनाया गया है। पचीस दिन बीतने के बाद भी अभी तक केन्द्र पर चना, मसूर और सरसो की उपज की तौल नहीं हुई है। सभी कृषि मंडी के अलावा भेंडरहा, मनगवां गोदाम पर तौल की व्यवस्था की गई है। चना, मसूर और सरसो की खरीद 25 मार्च से 24 मई तक खरीद की जाएगी।
राजेन्द्र सिंह ठाकुर, जिला नियंत्रक