फर्नीचर क्लस्टर से पहले रहली पटना ककरी में विकसित हो रहा औद्योगिक क्षेत्र, सभी 135 भूखंड आवंटित सागर. सिद्धगुवां औद्योगिक क्षेत्र में फर्नीचर क्लस्टर की घोषणा के तहत 200 करोड़ की राशि से करीब 200 यूनिट स्थापित होनी हैं, लेकिन बीते ढाई साल में मात्र पहले चरण के रूप में अब तक 60 उद्यमी ही […]
फर्नीचर क्लस्टर से पहले रहली पटना ककरी में विकसित हो रहा औद्योगिक क्षेत्र, सभी 135 भूखंड आवंटित
सागर. सिद्धगुवां औद्योगिक क्षेत्र में फर्नीचर क्लस्टर की घोषणा के तहत 200 करोड़ की राशि से करीब 200 यूनिट स्थापित होनी हैं, लेकिन बीते ढाई साल में मात्र पहले चरण के रूप में अब तक 60 उद्यमी ही चिन्हित हुए हैं। फस्र्ट फेज में सिद्धगुवां में लगभग 35 एकड़ में 60 भूखंड को विकसित किया जा रहा है, जहां पर यूनिट्स स्थापित की जाएंगी। उद्योग विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस साल के अंत तक फस्र्ट फेज का काम पूरा हो जाएगा।
फर्नीचर क्लस्टर का काम बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। शहर में संचालित फर्नीचर, आरा मिलों को यहां पर विस्थापित किए जाने और उन्हें जमीन आवंटित करने का प्रावधान भी किया गया था, लेकिन प्रशासन के साथ लकड़ी के कारोबारी भी इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
फर्नीचर क्लस्टर की घोषणा के बाद रहली के पटना ककरी में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के प्रयास शुरू हुए थे, लेकिन रहली में उद्यमियों ने उद्योग स्थापित करने को लेकर उत्सुकता दिखाई, जिसके कारण वहां पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने लगा है। यहां पर एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) विभाग ने मल्टीपर्सज उद्योगों के लिए 135 भूखंड तैयार किए थे, जो तय नियमों पर संबंधितों को आवंटित हो चुके हैं।
फर्नीचर क्लस्टर सिद्धगुवां और रहली के पटना ककरी को मिलाकर दोनों जगहों पर आने वाले एक से दो वर्षों में करीब 15 हजार लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। फर्नीचर क्लस्टर एक थीम विशेष पर विकसित होना है जबकि पटना ककरी में तमाम प्रकार के छोटे से लेकर बड़े उद्योगों को स्थापित करने का प्लान बनाया गया है।
सिद्धगुवां सागर का औद्योगिक क्षेत्र है, जिसकी रोड के साथ रेलवे कनेक्टिविटी भी बेहतर है। यही वजह है कि यहां से देश के किसी भी कोने में तैयार हुए माल की सप्लाई की जा सकती है। इधर पटना ककरी सागर-जबलपुर मार्ग पर रहली के पास स्थित है, जिसके कारण यहां बने माल को सागर या जबलपुर दोनों जगहों से अन्य प्रदेशों तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है।
सिद्धगुवां
83 एकड़ में विकसित होना है फर्नीचर क्लस्टर
35 एकड़ में फस्र्ट फेज का काम शुरू
200 करोड़ रुपए का कुल होगा इंवेस्टमेंट
200 से ज्यादा इकाइयां स्थापित करने की प्लानिंग
पटना ककरी
50 एकड़ में विकसित हो रहा औद्योगिक क्षेत्र
135 भूखंड हुए आवंटित
फर्नीचर क्लस्टर को लेकर मूलभूत सुविधाएं सिद्धगुवां में उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। पटना ककरी में अपेक्षाकृत तेजी से काम हुआ है। दोनों ही औद्योगिक क्षेत्रों में एक साल में काम दिखने लगेगा।
- मंदाकिनी पाण्डे, महाप्रबंधक, उद्योग विभाग