दरअसल सोमवार की सुबह एक स्कूल बस ने भोपाल के बांणगंजा चौराहे के सिग्रल पर खड़े 8 वाहन चालकों को रौंद दिया था, जिसमें 25 वर्षीय डॉ. आयशा खान की मौत हो गई थी। जांच में पता चला कि वाहन चालकों को रौंदने वाली स्कूल बस पिछले दो साल से बिना फिटनेस के सड़कों पर दौड़ रही थी, बस का बीमा भी नहीं था। इस हादसे के बाद भी परिवहन विभाग ने स्कूल बसों की जांच शुरू की है।
– स्कूल को भी रखना होगा ब्यौरा
परिवहन विभाग ने सभी स्कूल संचालकों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं कि वह अपने स्कूल में छात्र/छात्राओं को लाने-ले जाने वाले सभी वाहनों का ब्यौरा रखें। कौन सा विद्यार्थी किस वाहन से आ-जा रहा है। स्कूल में संलग्न वाहनों के आवश्यक दस्तावेज की एक प्रति प्रबंधन अपने पास रखे। स्कूल प्रबंधन यह भी सुनिश्चित करे कि वाहनों में निर्धारित संख्या में बच्चों का परिवहन किया जाए। इसके साथ ही विद्यार्थियों को स्कूल परिसर के किसी सुरक्षित स्थान पर ही सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में उतारा व चढ़ाया जाए।
– जारी रहेगी जांच
अभी स्कूलों की छुट्टियां चल रहीं हैं, इसलिए वाहन चालकों पर कार्रवाई नहीं की गई है, उन्हें 15 दिन का समय दिया है। यदि इसके बाद भी कमियां पूरी नहीं की गई तो सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। यह जांच अभी जारी रहेगी। मनोज कुमार तेहनगुरिया, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी