18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

किसानों ने कहा कम दामों पर हो रहा जमीन का अधिग्रहण, नहीं बढ़ाए गए सरकारी रेट

दिग्विजय ने मांगी अधिकारियों से जानकारी, प्रबंधन के अधिकारियों से भी करेंगे चर्चा, ग्राम पार पहुंचे थे राज्यसभा सांसद

2 min read
Google source verification
Farmers said land is being acquired at low prices, government rates have not been increased

किसानों ने चर्चा करते हुए सांसद दिग्विजय सिंह

बीना. पंचायती राज को मजबूत करने के एजेंडा और रिफाइनरी से परेशान ग्रामीण, किसानों से चर्चा करने राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह बुधवार को ग्राम सतौरिया और पार पहुंचे।
गांधी जयंती के अवसर पर सुबह 10 बजे उन्होंने गांधी चौराहा स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद दोपहर में वह ग्राम पार पहुंचे जहां उन किसानों को बुलाया गया था, जिनकी जमीन रिफाइनरी निर्माण में गई है। साथ ही रिफाइनरी प्रबंधन से परेशान आसपास के ग्रामीण भी पहुंचे थे। ग्रामीणों ने बताया कि रिफाइनरी निर्माण के समय करार हुआ था कि जिन लोगों की जमीन जाएगी, उनके परिवार से एक सदस्य को स्थायी नौकरी मिलेगी, लेकिन कुछ लोगों को ही नौकरी मिली है, वह भी कंपनियों में दी जा रही है और कई बार बाहर निकाल दिया जाता है। 55 पट्टेधारियों की जमीन गई थी, जिसमें 11 लोगों के परिवार को न अभी तक मुआवजा मिला और न ही किसी को नौकरी मिली है। इस संबंध में अलग-अलग लोगों से चर्चा कर पूरी जानकारी ली गई। साथ ही रिफाइनरी विस्तार के लिए आगासौद, दौनमणि, पुरैना, भांकरई की 201 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है, लेकिन मुआवजा बहुत कम दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सिंचित जमीन का करीब 6 लाख 64 हजार रुपए और असिंचित का 3 लाख 25 हजार रुपए हेक्टेयर मुआवजा बताया जा रहा है, जबकि बाजार रेट इससे कई गुना ज्यादा है। इन जगहों की सरकारी गाइडलान में भी रेट नहीं बढ़ाए हैं। इस संबंध में सांसद ने तहसीलदार से पूरी जानकारी मांगी है। ग्रामीणों ने बताया कि पहले गोद लिए गांवों के सभी लोगों का रिफाइनरी अस्पताल में नि:शुल्क इलाज होता था, लेकिन अब सिर्फ बीपीएल कार्डधारियों को सिर्फ 15000 रुपए तक का नि:शुल्क इलाज दिया जा रहा है।

नो डेवलपमेंट एरिया बना परेशानी
हड़कल खाती सरपंच प्रतिनिधि अवधेश तिवारी, रौनक हुरकट आदि ने बताया कि रिफाइनरी के आसपास पांच किमी के एरिया को नो डेवलपमेंट घोषित किया गया है, जिससे लोग मकान तक का निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही हड़कल खाती में बीपीसीएल ने एक हिस्से में फेंसिंग कर गेट लगा दिया है, जिससे किसानों को निकलने में परेशानी हो रही है। सांसद ने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब एक प्लान बनाया था, जिसमें नई टाउनशिप बननी थी, इसके साथ ही अन्य कार्य होने थे।

पंचायती राज को करना है मजबूत
ग्राम सतौरिया पहुंचे सांसद दिग्विजय ने कहा कि उनका एक ही एजेंडा है पंचायती राज को मजबूत करना। उन्होंने कहा कि सरपंच किसी पार्टी में रहे इससे कोई ऐतराज नहीं है। पंचायतों को अधिकार मिलने चाहिए। क्योंकि यह जनता की लड़ाई है, पार्टी की नहीं, क्योंकि लोगों को छोटी-छोटी बातों को परेशान होना पड़ रहा है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री प्रभू सिंह, जिलाध्यक्ष आनंद अहिरवार, पूर्व विधायक तरबर सिंह, मुन्ना सिंह, इंदर सिंह, रक्षा राजपूत, अभिषेक बिलगैंया, विवेक मिश्रा, उमा नवैया, ममता अहिरवार, डॉ. ओमप्रकाश कैथोरिया, रामकिशन अरिहवार आदि उपस्थित।

रिफाइनरी प्रबंधन से की चर्चा
ग्रामीणों से चर्चा करने ओर आवेदन लेने के बाद शाम को दिग्विजय सिंह वापस रिफाइनरी पहुंचे और ग्रामीणों ने जो समस्याएं बताईं उनके संबंध में अधिकारियों से चर्चा की।

जांच कर मामला दर्ज करने के दिए निर्देश
ग्राम जौध निवासी सरदार पिता रामप्रसाद चढ़ार की मौत 26 सितंबर को जेपी थर्मल पावर प्लांट में कोक सायलो साइड पर हुई थी। प्रबंधन की लापरवाही से यह हादसा हुआ था, जिसपर दिग्विजय सिंह ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों से चर्चा की और सिरचौंपी चौकी प्रभारी को मामले की जांच कर लापरवाह अधिकारियों पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए।