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kundalpur : लाखों का पैकेज और नौकरी छोड़ पकड़ी वैराग्य की राह

- कुण्डलपुर महामहोत्सव में ब्रम्हचारी बनेंगे महाराज- तपकल्याणक में लेंगे दीक्षा दमोह। आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के सान्निध्य में कुण्डलपुर में एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है। तपकल्याणक के दिन जब 24 बालक तीर्थंकर को वैराग्य होगा, तभी आचार्यश्री विद्यासागर महाराज 18 क्षुल्लक दीक्षाएं देंगे। आचार्यश्री के सान्निध्य में चौथी बार कुण्डलपुर में दीक्षाएं होने जा रही हैं। कोई नौकरी त्यागकर दीक्षा ले रहा तो कोई कारोबार।

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दीक्षा के लिए तैयार ब्रम्हाकुमार,आस्था का मेला: कुण्डलपुर महामहोत्सव में लाखों की संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु

कुण्डलपुर में पहली दीक्षा आर्यिका पूर्णमति, आर्यिका प्रशांतमति सहित 8 आर्यिकाओं की हुई। पहली दीक्षा आचार्यश्री ने 1975 में दी थी। ब्रह्मचारी प्रदीप शास्त्री ने बताया कि संभवत: आचार्यश्री निर्यापक मुनि समय सागर, निर्यापक मुनि योग सागर और मुनिश्री वीर सागर के संघ में शामिल ब्रह्मचारी भैया को दीक्षा देंगे, इनमें 9 ब्रह्मचारी भैया बुंदेलखण्ड के हैं।

इनकी होगी दीक्षा
ब्र. सुमित भैया गुना, ब्र.सचिन भैया जैन मुंगावली, ब्र.अविचल जैन भैया गुना, ब्र.राजा भैया खिमलासा, ब्र.सौरभ जैन सागर, ब्र.राहुल जैन सागर, ब्र.मयूर जैन विदिशा, ब्र.मानस जैन इंदौर, ब्र.राजेश जैन सागर, ब्र.प्रांजल जैन सतना, ब्र.मयूर जैन सुरखी, ब्र.अर्पित जैन फिरोजाबाद, ब्र.चंदन जैन पंजाब, ब्र.कार्तिक जैन दमोह, ब्र.भूपेंद्र भैया ललितपुर, ब्र.ईश्वरदास महाराजपुर, ब्र.सचिन जैन पुषद।

सौरभ भैया: कारोबार छोड़ धर्म की राह
वैराग्य की ओर सौरभ भैया की यह तीसरी पीढ़ी है। दादी माताजी हैं। पिता की पूर्व कोलकाता में दीक्षा हुई। वे मुनि महाराज हंै। अब 14 अगस्त 90 को जन्मे ब्रह्मचारी सौरभ भैया आचार्य भगवन का आशीर्वाद प्राप्त कर दीक्षा ले रहे हैं। सुभाष नगर सागर के सौरभ भैया ने अपने भाई सचिन के साथ मिलकर परफेक्ट टाउजर का व्यापार करते थे। 28 दिसंबर 2020 से घर का त्याग कर मुनि वीर सागर महाराज के साथ जुड़ गए। उन्होंने डोंगरगढ़ में आचार्य से 8 वर्ष पूर्व आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत लिया था।

राहुल भैया: 6 लाख का पैकेज छोड़ा
सीहोरा सागर निवासी राहुल जैन वैराग्य की ओर चल पड़े हैं। आचार्य संघ में मुनि श्रमणसागर महाराज के गृहस्थ अवस्था के छोटे भाई राहुल ने 2011 में ब्रह्मचारी व्रत लिया था। निर्यापक मुनि समय सागर महाराज के संघस्थ थे। 9 अक्टूबर 1987 को जन्मे राहुल ने बीई इंदौर से किया है। 6 लाख का पैकेज छोड़ हैदराबाद से घर आ गए थे। पिता रविंद्र जैन पुष्कल और मां मैना बाई हैं। इनके बड़े भाई आचार्य संघ में मुनि प्रमाण सागर महाराज हैं।

राजेश भैया: सरकारी नौकरी से मोहभंग
सागर बीएसएनएल में एसडीओ रहे राजेश जैन ने 14 अगस्त 2020 को कम्पलसरी सेवानिवृत्ति ले ली। आज दीक्षा ग्रहण करेंगे। अभी वे ब्रह्मचारी राजेश भैया के नाम से जाने जाते हैं। बड़े बाजार स्थित घटिया के जैन मंदिर निवासी राजेश भैया (42) ने सागर इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई किया था। 2009 से 2020 तक वह सागर बीएसएनएल में जेई और एसडीओ के पद पर रहे। जब एसडीओ पद छोड़ रहे थे उस समय उनका वेतन करीब 1 लाख प्रतिमाह था।

महाराजपुर के ईश्वर भैया बनेंगे महाराज
सागर के महाराजपुर कस्बे के महेंद्र सोंधिया के बेटे अंकेश ब्रह्मचारी ईश्वर भैया के नाम से जाने जाते हैं। एनिमेशन की डिग्री पुणे से करने के बाद धनतेरस के दिन 2015 में बीना बारह में हुए चातुर्मास में ब्रह्मचार्य व्रत लिया था। अब ये दीक्षा लेकर महाराज बनेंगे।

मयूर भैया: अब बनेंगे क्षुल्लक
सुरखी निवासी और वर्तमान में नगर निगम मार्केट सागर के पीछे निवासरत मयूर भैया भी रविवार को दीक्षा ग्रहण करेंगे। उनके पिता मुकेश जैन और माता सरिता जैन के अलावा एक भाई शुभम और बहन नैंसी है। मयूर की बीकॉम तक शिक्षा है। सागर के आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई की और 2016 में सुरखी में आचार्यश्री के आशीर्वाद से ब्रह्मचर्य व्रत लिया। वर्तमान में निर्यापक मुनि समय सागर महाराज के संघस्थ थे। 28 वर्षीय मयूर भैया का जन्म 25 जून 9& को हुआ था।