जमीन नहीं बनेगी बाधा
जिला प्रशासन के अधिकारियों की माने तो ढाना हवाई पट्टी के उन्नयन कार्य में जमीन संबंधी दिक्कतें नहीं आएंगीं। हवाई पट्टी से लगी शासकीय जमीन उपलब्ध है, जिस वजह से यहां पर हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाने के साथ ही अन्य इंफ्रॉस्ट्रक्चर विकसित करने में कोई भी परेशानी नहीं आएगी।
शहर से 17 किमी है दूर
सागर से ढाना हवाई पट्टी की दूरी 17 किलोमीटर है और यहां से शहर की कनेक्टिविटी भी बेहतर है। हाल ही में टू-लेन सड़क का निर्माण भी हो गया है, जिससे यहां से आने-जाने में भी लोगों को परेशानी नहीं होगी।
वर्तमान में छोटा है रन-वे
हवाई पट्टी होने के कारण वर्तमान में इसकी लंबाई मात्र 969 मीटर ही है। यहां पर छोटे विमान के उतरने की ही सुविधा है। चाइम्स एविएशन के पदाधिकारी पूर्व में ही यह बात कह चुके हैं कि यहां पर हवाई अड्डा के लिए रव-ने की लंबाई करीब सवा से डेढ़ किमी और बढ़ानी पड़ेगी।
नियमित फ्लाइट में नहीं आएगी परेशानी
शहर के अच्छे जानकार माने जाने वाले डॉ. कैलाश तिवारी की माने तो सागर में नियमित फ्लाइट को अच्छा रिस्पोंस मिलेगा। उन्होंने प्रदेश व देश के दूसरे हवाई अड्डों पर बंद हो रहीं उड़ानों को लेकर कहा कि सागर में बीना रिफाइनरी, जेपी थर्मल पावर प्लांट, पावरग्रिड, डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, महार रेजिमेंट, वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व समेत ऐसे बड़े केंद्र हैं, जहां पर बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इसलिए नियमित फ्लाइट को बढ़ावा मिलेगा।
फैक्ट फाइल
– 28 लाख से ज्यादा है जिले की आबादी – 10 हजार से ज्यादा होंगे केंद्रीय कर्मचारी – 9 से ज्यादा बड़े संस्थान जिले में मामला सर्वे स्तर पर पहुंच गया है
जिला प्रशासन की ओर से ढाना हवाई पट्टी के सर्वे के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। अब सर्वे स्तर पर मामला पहुंच गया है। जल्द ही टीम सर्वे के लिए सागर आएगी। – संदीप जीआर, कलेक्टर