508.60 मीटर पर आया बांध का जलस्तर, 509 मीटर पर बिछी पाइप लाइन का इनलेट हवा में आया सागर. शहर की प्यास बुझाने वाले राजघाट बांध में 2024 की तुलना में इस बार 10 सेंटीमीटर ज्यादा पानी है। पिछले साल 2 जून को जहां बांध का जलस्तर 508.50 मीटर था, तो इस बार जलस्तर 508.60 […]
508.60 मीटर पर आया बांध का जलस्तर, 509 मीटर पर बिछी पाइप लाइन का इनलेट हवा में आया
सागर. शहर की प्यास बुझाने वाले राजघाट बांध में 2024 की तुलना में इस बार 10 सेंटीमीटर ज्यादा पानी है। पिछले साल 2 जून को जहां बांध का जलस्तर 508.50 मीटर था, तो इस बार जलस्तर 508.60 मीटर है। इसके बाद भी बांध से पानी लिफ्टिंग करने की बात कही जा रही है। हालांकि अभी 15 जून तक शहर में निर्बाध जलापूर्ति हो सकती है, लेकिन इसके बाद यदि बारिश आने में देरी हुई तो नगर निगम को टंकी तक पानी पहुंचाने के लिए लिफ्टिंग की व्यवस्था करनी होगी।
मौसम विभाग के अनुसार सागर में 15 जून के आसपास मानसून आता है, लेकिन इस साल अनुमान लगाया जा रहा है कि 21 जून तक मानसून सागर जिले में दस्तक दे सकता है। इसके बाद बांध में जलभराव होने में भी समय लगेगा। इसलिए नगर निगम के जिम्मेदारों को पहले से ही ऐसी तैयारी करनी होगी कि जरूरत पडऩे पर समय से पानी की लिफ्टिंग की जा सके, जिससे शहर में जलापूर्ति प्रभावित न हो।
बांध से पानी लेने के लिए टंकी से दो पाइप लाइन बिछाई गई हैं, जिसमें एक पाइप लाइन 509 मीटर पर है। नगर निगम के अनुसार 509 मीटर पर बिछी पाइप लाइन का इनलेट करीब 15 दिन पहले हवा में आ गया था। इसके बाद 507 मीटर पर बिछी एक ही लाइन से टंकी तक पानी पहुंच रहा है।
नगर निगम के जलप्रदाय विभाग के अनुसार शहर, मकरोनिया व कैंट क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए हर रोज राजघाट बांध से 4 से 5 सेंटीमीटर पानी का उठाव हो रहा है। इसके अलावा बांध के जलस्तर के लगातार नीचे जाने की वजह गर्मी में पानी का वाष्पीकरण होना भी है। यही कारण है कि नगर निगम के अधिकारी 12 से 15 दिन में पानी लिफ्टिंग की जरूरत बता रहे हैं।
2016 - 507.20
2017 - 507.90
2018 - 508.30
2019 - 507.50
2020 - 509.10
2021 - 507.00
2022 - 510.00
2023 - 509.30
2024 - 508.50
2025 - 508.60
- नोट : आंकड़े नगर निगम के अनुसार
बांध का जलस्तर 508.60 मीटर पर आ गया है। अभी 10 से 12 दिन तक शहर में जलापूर्ति करने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसके बाद यदि बारिश में देरी हुई तो बांध से पानी की लिफ्टिंग करनी पड़ेगी।
- रामाधार तिवारी, प्रभारी, जलप्रदाय विभाग, नगर निगम