6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मंगलगिरी जैन तीर्थ में गजरथ फेरी के साथ पांचवां पंचकल्याणक हुआ, हजारों श्रद्धालुओं ने महोत्सव के साक्षी

अतिशय क्षेत्र मंगलगिरी जैन तीर्थ में शुक्रवार को पांचवां पंच कल्याणक महोत्सव धूमधाम से गजरथ फेरी के साथ संपन्न हुआ। पहला पंचकल्याणक 2001 में आचार्य देवनंदी महाराज के सानिध्य में हुआ था। इस दौरान अभूतपूर्व उत्साह, उमंग, धार्मिक आस्था का नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु साक्षी बने।

2 min read
Google source verification

सागर

image

Reshu Jain

Dec 06, 2025

mangalgiri

mangalgiri

नवनिर्मित नंदीश्वर मंदिर, समवशरण मंदिर और सहस्त्र कूट मंदिर आज होगा पहला महामस्तकाभिषेक

सागर. अतिशय क्षेत्र मंगलगिरी जैन तीर्थ में शुक्रवार को पांचवां पंच कल्याणक महोत्सव धूमधाम से गजरथ फेरी के साथ संपन्न हुआ। पहला पंचकल्याणक 2001 में आचार्य देवनंदी महाराज के सानिध्य में हुआ था। इस दौरान अभूतपूर्व उत्साह, उमंग, धार्मिक आस्था का नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु साक्षी बने। करीब 3 घंटे तक चली गजरथ फेरी के दौरान पुष्प वर्षा की गई। प्रात: अभिषेक पूजन के पश्चात 8.30 पर भगवान आदिनाथ को मोक्ष प्राप्त हुआ। मोक्ष कल्याण का पूजन हुआ। दोपहर 2 बजे से गजरथ फेरी निकाली। जिसमें विभिन्न रथ क्रमिक रूप से चल रहे थे, मुनिश्री का संघ भी चल रहा था। सबसे आगे मोती और हीरा गज का रथ चल रहा था। इंद्र इंद्राणी बने श्रद्धालुओं ने खूब भक्ति की।

पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज ने कहा कि अपने ही आप को सिर पर रखकर आप नाच नहीं सकते। मनुष्य अपने भी विषय भोग में लगा रहता है और मोक्ष मार्ग की विद्या नहीं सीखता है। आचार्य नेमी सागर महाराज के गोमटसार ग्रंथ का उदाहरण देते हुए आपने अपने भीतर के कलंक को मिटाने की बात कही। मनुष्य पर्याय का मिलना बेहद दुर्लभ है अत: हमें इसका सदुपयोग करना चाहिए़ और मोक्ष मार्ग के रास्ते पर चलना चाहिए। निर्वाण संस्कार विधि सम्पन्न हुई। इसके बाद मोक्ष कल्याणक पूजन हुआ और विश्व शांति महायज्ञ भी हुआ। जिन बिंब स्थापना विधि और कलश आरोहण और ध्वज आरोहण के बाद सप्त गजरथ की सात परिक्रमाएं आचार्य ससंघ आशीर्वाद में सम्पन्न हुई। मंगलगिरी तीर्थ कमेटी एवं ट्रस्ट अध्यक्ष जय कुमार जैन ने बताया कि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के आहार का सौभाग्य मुनि सौम्य सागर के गृहस्थ जीवन के मालथोन परिवार को प्राप्त हुआ। मेला संयोजक पराग जैन, महामंत्री हर्ष सराफ और सह मंत्री जिनेंद्र जैन ने आभार माना।

नए मंदिरों में होगा महामस्तकाभिषेक

समिति एवं ट्रस्ट अध्यक्ष जय कुमार जैन ने बताया कि पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज के संघ का विहार तेंदूखेडा के लिए हो गया है। 4 साधु मंगलगिरी में हैं। मंगलगिरी में प्रमोद बारदाना के सौजन्य से नवनिर्मित नंदीश्वर मंदिर , श्रेयांश जैन के सौजन्य से समवशरण मंदिर, समाज के सहस्त्र कूट मंदिर और सुरेश सांधलिया के सौजन्य से नवग्रह मंदिर का एक साथ महामस्तकाभिषेक 6 से 8 दिसंबर सुबह 9 बजे से होगा।

गजरथ फेरी के बने साक्षी

महामहोत्सव के समापन अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम तिवार, शहडोल संभाग प्रभारी गौरव सिरोठिया, जिला मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन, विधायक प्रतिनिधि आशुतोष बजाज, विक्रम सोनी, अंशुल परिहार, नितिन सोनी व जय सोनी ने पट्टाचार्य आचार्य विशुद्ध सागर महराज ससंघ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया एवं गजरथ फेरी में सहभागी बने।