नई जगह तलाशने में भी अधिकारी नाकाम, सड़क किनारे लग रहीं सब्जी की दुकानें, हाथठेला
बीना. वर्ष 2005 में लीज की जगह में नगर पालिका ने सब्जी मंडी का निर्माण कराया था, लेकिन फिर अनुबंध न होने से नगर पालिका का कब्जा खत्म हो गया है। मंडी में नगर पालिका ने चबूतरा और शेडों पर भी रुपए खर्च किए थे, जो काम नहीं आए।
जानकारी के अनुसार चालीस हजार वर्गफीट जमीन तीस वर्षों के लिए लीज पर ली गई थी और इसमें एक शर्त रखी गई थी कि हर तीन वर्ष में अनुबंध किया जाएगा, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से जमीन मालिक ने अनुबंध नहीं कराया है। अनुबंध न होने से अब यह भूमि नपा के कब्जे में नहीं है। जबकि यहां नपा ने करीब 25 लाख रुपए से नौ शेड तैयार कराए थे, जो अनुबंध न होनेे से अब किसी काम के नहीं बचे हैं। इस स्थिति में लाखों रुपए नपा के बर्बाद हो गए हैं। साथ किराए के रूप में नगर पालिका ने रुपए भी दिए हैं। यदि यह निर्माण किसी शासकीय भूमि पर किया गया होता, तो हमेशा के लिए मंडी बन जाती। अनुबंध कराने के लिए कई बार नपा ने पत्र भी जारी किए हैं, लेकिन जमीन मालिक ने सहमति नहीं दी है।
दुकानें शिफ्ट करने नहीं जगह
प्रशासन को पहले सब्जी, फल दुकानें शिफ्ट करने जगह थी, लेकिन अब ऐसी कोई जगह नहीं मिल रही है, जहां सब्जी मंडी का निर्माण हो सके। मंडी के अभाव में सब्जी की दुकानें, ठेले सडक़ किनारे लगाए जा रहे हैं। अधिकारी ओवरब्रिज के नीचे दुकानें शिफ्ट कराने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वहां कोई जाने तैयार नहीं हैं।
कर रहे अनुबंध कराने का प्रयास
मंडी का अनुबंध फिर से कराने के लिए जमीन मालिका को पत्र लिखा है। यदि अनुबंध होता है, तो आगे की कार्रवाई जाएगी।
आरपी जगनेरिया, सीएमओ, बीना