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इसलिए कहते हैं कार्टून को समाज का आईना, जानिए वजह

आज विश्व कार्टून दिवस पर विशेष

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Today World Cartoon Day

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समाचार पत्र, पत्रिकाओं के अलावा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी कर सकते हैं काम
सागर. कार्टून स्थिर चित्र बनाने की एक अद्भुत कला है। कार्टून सूचना, व्यंग्य आदि दर्शाने की चमत्कारिक क्षमता रखते हैं। सरल शब्दों में हम यह कह सकते हैं कि कार्टूनों का काम समाज को आइना दिखाना होता है तथा कार्टूनों का मुख्य लक्ष्य कुछ-न-कुछ संदेश देना अथवा व्यंग्य प्रस्तुत करना होता है। ये कार्टून प्रिंट मीडिया जैसे पत्रिकाओं, समाचार पत्रों के साथ-साथ ब्लॉग्स और वेबसाइटों जैसे ऑनलाइन पब्लिकेशंस में प्रकाशित होते हैं। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में टीवी और फिल्म कार्टूनिस्ट एनिमेटेड कार्टून तैयार करते हैं। कार्टूनिंग की प्रक्रिया को कहानियों के सृजन के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिन्हें एनिमेटेड फिल्में और वीडियो गेम तैयार करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
यहां है काम करने
का मौका
कार्टूनिस्ट कई जगहों पर कार्य करते हैं, जैसे एनिमेशन स्टूडियो, फिल्म व वीडियो स्टूडियो, कार्टून नेटवर्क, गेमिंग कंपनियां, प्रिंट प्रकाशन, पब्लिशिंग कंपनियां आदि। समाचार पत्रों व साप्ताहिक/ मासिक पत्रिकाओं में कार्टूनिस्ट के रूप में काम किया जाता है।
कार्टूनिस्ट अंबिका यादव सागर के अखबारों के लिए कई सालों से कार्टुन बनाते आ रहे हैं। इन्होंने कई पत्र-पत्रिकाओं में काम किया। यादव ने बताया कि हर बड़े अखबार में एक कार्टुनिस्ट होता है। सागर में इस कला के लिए अभी कम स्कोप हैं, लेकिन बाहर बड़े शहरों में जाकर इस फील्ड में काम किया जा सकता है। इसके लिए अब कार्टूनिस्ट को सोशल मीडिया भी बड़ा प्लेटफॉर्म मिला है।

डिग्री नहीं, रुचि जरूरी
कार्टूनिंग के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए किसी विशिष्ट डिग्री की जरूरत नहीं होती है। हां, यह जरूरी है कि आपकी स्केचिंग व ड्रॉइंग में गहरी रुचि हो। देश में कार्टूनिंग कोर्स बहुत कम संस्थान ही चलाते हैं। कार्टूनिंग की कला को फाइन आर्ट, ड्रॉइंग, पेंटिंग आदि का कोर्स करते हुए भी सीखा जा सकता है। अध?िकतर नियोक्ता, कार्टूनिंग, ड्रॉइंग, ललित कला, पेंटिंग, एनिमेशन में बैचलर डिग्री धारक को वरीयता देते हैं। डिग्री के अलावा ज्यादातर नियोक्ता 1 से 3 वर्ष का अनुभव रखने वालों को प्राथमिकता देते हैं। उच्च स्तरीय पदों के लिए उन्नत डिग्री अथवा इस क्षेत्र में पांच से सात वर्ष का व्यवसायिक अनुभव अपेक्षित होता है।
क्या आप में हैं
ये स्किल्स?
कार्टूनिंग में चमकीला कॅरियर बनाने के इच्छुक युवाओं को नियमित तौर पर अपनी स्कैचबुक पर अभ्यास करना चाहिए। उन्हें राजनीतिक दल और धार्मिक चिह्नों, प्रतिष्ठित व्यक्तियों की शारीरिक भाव-भंगिमाओं, पौराणिक विशेषताओं, वास्तुकला आदि का अध्ययन नियमित रूप से करना चाहिए। आजकल अध?िकतर कलात्मक कार्यों के लिए ग्राफिक सॉफ्टवेयर कौशल अनिवार्य हो गया है, जिसमें आपको दक्ष होना पड़ेगा। जितना अधिक आप जीवन के बारे में गहराई से जानेंगे, उतना ही अच्छा आप व्यंग्यात्मक कार्टूनों के स्कैच तैयार कर पाएंगे।