दरअसल सोमवार को जमीयत उलेमा ए हिंद के दिल्ली स्थित मुख्य कार्यालय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई थी। इसी बैठक में जमीयत उलेमा ए हिंद को नया अध्यक्ष मिलना था। यहां सभी कार्यकारिणी सदस्यों ने मौलाना अरशद मदनी को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया। इनके साथ ही मुफ्ती मौलाना मासूम साकिब को राष्ट्रीय महासचिव चुना गया।
चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष अरशद मदनी ने कहा कि देश में भेदभाव हो रहा है। प्रदर्शनकारियों के साथ धर्म देखकर व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग अगर शांतिपूर्ण ढंग से भी प्रदर्शन कर रहे हैं तो उसे देशद्रोह का करार दिया जा रहा है। मुस्लिमों पर अत्याचार किए जा रहे हैं जबकि अग्निपथ के नाम से जो विरोध प्रदर्शन देश में हो रहे हैं वह हिंसक हैं लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।