Sambhal News: धर्म की रक्षा केवल भगवान श्रीराम की, भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने से नहीं होगी। बल्कि उनकी तरह बनने से होगी। समय आने पर उन्होंने भी राक्षसों का सर्वनाश किया है। यह बात महामंडलेश्वर यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज ने कही।
Sambhal News: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि सनातन धर्म खतरे में है। सनातन को मानने वालों को जनसंख्या बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। ताकि तुम जिंदा रह सको। अगर तुम जनसंख्या नियंत्रण का पालन करोगे तो सनातन धर्म के दुश्मन तुम्हें जीने नहीं देंगे। यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज गुन्नौर में एक निजी कार्यक्रम में आए थे।
उन्होंने आगे कहा, "अब जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने का कोई फायदा नहीं होने वाला है। सरकार को 2014 में ही इसे लागू करना चाहिए था। जिस प्रकार से जम्मू कश्मीर, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि स्थानों से हिंदुओं को मार मार कर भगाया गया है। यदि सभी हिंदू समाज जागृत नहीं हुआ तो यहां भी वही स्थिति बनने है। इसलिए सभी लोग अपनी संतानों को इतना मजबूत बनाएं कि वह भविष्य में अपने परिवार के साथ अपने हिंदू समाज की रक्षा कर सकें।
"हिंदुओं का अंतिम शरण स्थल भारत"
महामंडलेश्वर ने कहा कि हिंदुओं का अंतिम शरण स्थल भारत है। यदि हिंदू समाज यहां भी अपने आप की रक्षा नहीं कर पाया तो वह कहां भागकर जाएगा। मैं पूरी दुनिया में घूम-घूम कर यही प्रचार कर रहा हूं कि हिंदू समाज अधिक से अधिक अपनी जनसंख्या को बढ़ाएं। यज्ञ ही सनातन धर्म का आधार है, सभी लोग यज्ञ अवश्य करें। यज्ञ से ही धर्म की रक्षा होगी। धर्म की रक्षा केवल भगवान श्रीराम की, भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने से नहीं होगी। बल्कि उनकी तरह बनने से होगी। समय आने पर उन्होंने भी राक्षसों का सर्वनाश किया है।
गंगा आरती की
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज गुन्नौर में भाजपा नेता कुमोद वार्ष्णेय, बबराला में शिवरतन वार्ष्णेय के यहां पर गए। यहां नगर के लोगों ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया। शाम को वह बबराला के राजघाट गंगा घाट पर मां गंगा की आरती में सम्मिलित होने पहुंचे।