एक सप्ताह से भी अधिक समय से लोग टीका लगवाने भटक रहे हैं। 18 प्लस के लोग टीकाकरण सत्रों से बिना टीका लगवाए लौट रहे हैं। अफसर आपूर्ति बढ़ाने की बजाय अनावश्यक दवाब बना रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि जिले के अफसर दबाव बना रहे कि वैक्सीन की कमी की जानकारी मीडिया से साझा न की जाए।
जिले को रोजाना 10 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है। संभागीय वैक्सीन सेंटर से शनिवार को जिले के लिए केवल एक हजार डोज मिल हैं। एेसे में जिलेभर में रविवार को केवल ३ सेशन आयोजित किए जाएंगे। लोगों को टीका लगवाने इंतजार करना पड़ेगा।
स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो रविवार दोपहर तक जिले को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिल सकती है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने वैक्सीन की कमी की जानकारी संचालनालय स्वास्थ्य सेवा से साझा की है।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवा द्वारा जिला अस्पताल को दो ट्रांसपोर्ट वेंटीलेटर प्रदान किए गए थे। ये वेंटीलेटर सीएमएचओ स्टोर के माध्यम से अस्पताल को दिए जाने थे लेकिन एक माह से अधिक समय के बाद भी वेंटीलेटर अस्पताल प्रबंधन को नहीं सौंपे गए हैं। ऐसी लापरवाही से एक बार फिर सीएमएचओ स्टोर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
क्षेत्रीय संयुक्त संचालक डॉ प्रमोद पाठक ने शनिवार दोपहर जिला अस्पताल की चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान ओपीडी में अस्थि रोग विभाग के चिकित्सक मौजूद नहीं थे। आरजेडी की नाराजगी के बाद प्रबंधन ने सफाई दी कि चिकित्सक वार्ड के राउंड पर हैं।
जिला अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ ने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर शनिवार को विरोध दर्ज कराया। नर्सिंग स्टॉफ ने मांग पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है।