इसी के तहत शुक्रवार को जिला कलक्ट्रेट के सामने सड़क के पास लगी हुई केबिन को हटाया गया। केबिन संचालक को उक्त जगह से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए 6 मई को परिषद ने नोटिस जारी किया था, लेकिन केबिन संचालक ने किसी भी तरह के कोई भी दस्तावेज पेश नहीं किए। इस पर नगर परिषद ने केबिन को सड़क सीमा में अवैध मानते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया।
बिना भेदभावपूर्ण तरीके से हुई कार्रवाई
आयुक्त ने बताया कि आमजन को होने वाली असुविधाओं के मद्देनजर एवं जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों के आधार पर बिना भेदभावपूर्ण तरीके से चिन्हित जगहों पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
कार्रवाई पर उठाए सवाल
कलक्ट्रेट के सामने केबिन पर हुई कार्रवाई पर केबिन संचालक एवं भाजपा नेता देवेंद्र राठौड़ ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि कार्रवाई उनको टारगेट बनाते हुए की गई है। इसलिए रात के अंधेरे में बिना सूचना के केबिन को हटाया गया। उनका कहना था कि शहर में चुनिंदा व्यक्तियों को लक्ष्य बनाकर कार्रवाईयां की जा रही हैं।
अतिक्रमण हटाने के लिए अनाउंसमेंट करवाया गया
नगरपरिषद ने बजरिया गणेश मंदिर के पास स्थित चूड़ी मार्केट में भी अतिक्रमण हटाने के लिए व्यापारियों को अल्टीमेटम दिया है। आयुक्त ने बताया कि व्यापारियों की ओर से यहां दुकानों के आगे सामान, तते एवं टीनशैड आदि निकालकर अतिक्रमण किया हुआ है। रास्ता इतना संकरा है कि भविष्य में कोई भी आगजनी की घटना होने पर यहां फायर बिग्रेड की गाड़ी मार्केट में अंदर प्रवेश नहीं कर सकती है। इसी के चलते व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए अनाउंसमेंट करवाया गया है।