दरअसल, इंडियन जनरल ऑफ साइकोलॉजिकल मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, जब तनाव और चिंता के स्तर को कम करना होता है तो अश्वगंधा सबसे अहम भूमिका निभाता है। इस अध्ययन में 64 उन लोगों को लिया गया जो तनाव और चिंता से पीड़ित थे। इन में से एक ग्रुप को रोजाना 500-600 मिलीग्राम कैप्सूल 7 दिनों तक दिए गए। वहीं अध्ययन के आखिर में इस बात पर ध्यान दिया गया कि रोजाना 500 से 600 मिलीग्राम के बीच अश्वगंधा खाने से तनाव और चिंता को दूर किया जा सकता है। इस अध्ययन को जनरल ऑफ इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन द्वारा किया गया। इस शोध में पता चला कि अध्वगंधा की खुराक मांसपेशियों और ताक के विकास में मदद करती है।
वहीं दूसरे ग्रुप को बिना अश्वगंधा जाए जिम भेजा गया। इन लोगों में वो बदलाव नहीं देख गए, जो अश्वगंधा खाने वाले ग्रुप में देखे गए। अश्वगंधा खाने वाले ग्रुप के लोगों की मांसपेशियों की ताकत के अंदर काफी ज्यादा वृद्धि देखी गई। ऐसे में शोध में पाया गया कि अश्वगंधा खाने से चिंता, तनाव जैसी बीमारियां दूर होती है। साथ ही पता चला कि मानव शरीर के लिए ये कितना जरूरी और फायदेमंद है। ये शोध 18 से 50 साल के लोगों पर किया गया।