
नई दिल्ली। लोग अपने खाने को चटपटा और स्वादिष्ट बनाने के जिए कई तरह की मिर्चियों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि हाल ही मेें एक नए शोध से पता चला है कि जो लोग 50 ग्राम से ज्यादा मिर्ची ( chilli ) का सेवन करते हैं, उन्हें डिमेंशिया (Dementia ) का खतरा (dangerous )अधिक बढ़ सकता है।
दरअसल, इस शोध को चीन ( China ) के कुछ लोगों पर किया गया। जिनकी उम्र 50 से 55 साल की थी। इस अध्ययन में पता चला कि 50 ग्राम से ज्यादा मिर्च खाने वाले इन लोगों की कॉग्निटिव फंक्शनिंग में तेजी से गिरावट हुई। वहीं न्यूट्रिएंट्स जर्नल मैग्जीन की रिपोर्ट में लिखा है कि जो पलते लोग मिर्च ज्यादा खाते हैं उनमें डिमेंशिया के कारण याददाश्त कम होने लगती है।
क्या होता है डिमेंशिया
हालांकि डिमेंशिया किसी एक बीमारी का नाम नहीं है, बल्कि ये एक लक्षणों के समूह का नाम है, जो मस्तिष्क की हानि से सम्बंधित हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर हो जाता है। dementia a शब्द 'de' मतलब without और 'mentia' मतलब mind से मिलकर बना है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, अध्ययन में एक नहीं बल्कि कई तरह की मिर्च को शामिल किया गया है। जिनमें हरी और सूखी मिर्च दोनों हैं। जबकि शिमला मिर्च और काली मिर्च दोनों को लिस्ट में नहीं रखा गया है। ऐसा माना गया है कि सबसे अधिक मिर्च चीन में खाई जाती है।
इस बारे में साउथ ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मिंग ली ने कहा, 'मिर्च दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला मसाला है और यूरोपीय देशों की तुलना में एशिया में यह ज्यादा लोकप्रिय है।’ उन्होंने कहा कि सिचुआन और हुनान जैसे चीन के कुछ क्षेत्रों में तीन में से एक वयस्क हर दिन मसालेदार खाना खाते हैं। मिर्च में मौजूद कैप्सेसिन नामक तत्व शरीर के मैटाबॉलिज्म को तेज करता है।
Updated on:
27 Jul 2019 11:54 am
Published on:
27 Jul 2019 11:52 am
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