
रनवे पर पहली बार उतारा गया दुनिया का सबसे बड़ा विमान, जानें किस खास काम के लिए इसे किया गया है डिज़ाइन
नई दिल्ली। जिस विनम की बात हम कर रहे हैं उसे अब तक के विमानों में दुनिया का सबसे बड़ा विमान माना जा रहा है। परिक्षण के लिए पहली बार अमरीका (amrica ) के कैलिफोर्निया में उड़ान भरने के लिए आसमान में छोड़ा गया। इस विमान का निर्माण अंतरिक्ष (space ) में रॉकेट ले जाने और उसे वहां छोड़ने के लिए किया गया है। जिसके चलते वैज्ञानिकों ने इस विमान का निर्माण किया।
विमान का डिजाइन
इस विमान को बनाने में छह बोइंग 747 इंजन लगे हैं और यह इतना बड़ा है कि इसके पंखों का फैलाव एक फुटबॉल ( footboll ) मैदान से भी ज्यादा है। विमान का निर्माण करने वाली कंपनी ( company ) स्ट्रेटोलॉन्च ने बताया कि दोहरे डिजाइन वाले विमान ने बीते शनिवार सुबह 6.58 बजे (स्थानीय समयानुसार) मोजेव एयर एंड स्पेस पोर्ट से सफलतापूर्वक उड़ान भरी। इस दौरान अधिकतम 189 मील (302.4 किलोमीटर) प्रति घंटे की गति को प्राप्त करते हुए विमान ने मोजेव रेगिस्तान में 17,000 फीट की ऊंचाई पर 2.5 घंटे तक उड़ान भरी।
पहली उड़ाने में मिली सफलता
यह परिक्षण सफल रहा। परीक्षण के बाद कंपनी के सीईओ जीन फ्लॉयड ने कहा, ‘पहली उड़ान कितनी शानदार रही। यह सफलता ग्राउंड लॉन्च सिस्टम का एक लचीला विकल्प प्रदान करने के हमारे मिशन को आगे बढ़ाएगी। हमें इसे बनाने वाली टीम, फ्लाइट दल और हमारे सहयोगियों पर बेहद गर्व है।’ इस बीच, अमीरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी विमान की सफल उड़ान को मील का पत्थर करार दिया।
अंतरिक्ष के छोर तक लाने-ले जाने का करेगा काम
नासा के वैज्ञानिक थॉमस जुर्बुचेन ने कहा कि 'यह अंतरिक्ष के छोर तक और उससे भी परे जाने जैसा है। काश पॉल एलन यह देख पाते।' गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक दिवंगत पॉल एलन ने बड़े वाहक विमान को ऑर्बिटल क्लास रॉकेट के लिए उड़ान लॉन्च पैड के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से 2011 में स्ट्रेटोलॉन्च की स्थापना की थी।
सभी विमानों से अलग यह विमान
बता दें कि इस विमान का निर्माण दूसरे विमानों के मुकाबले अलग तरीके से बनाया गया है। इसको आम लोगों के लिए नहीं बल्कि अंतरिक्ष के छोर तक जाने के लिए बनाया गया है। इस वमान का वजन 5 लाख पौंड बताया जा रहा है। साथ ही इसकी लंबाई 238 फीट है और पंखों का फैलाव 385 फीट है।
Published on:
15 Apr 2019 11:48 am
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