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सरकारी गेहूं पर मंडराए काले बादल

जिले के समर्थन केंद्रों पर खुले में पड़े गेहूं पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है। जिस तरह से एक दिन पूर्व सीहोर में तेज बारिश हुई वैसी बरसी तो यह गेहूं खरा

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itarsi.mandi, chana, farmers, society

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सीहोर/आष्टा . जिले के समर्थन केंद्रों पर खुले में पड़े गेहूं पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है। जिस तरह से एक दिन पूर्व सीहोर में तेज बारिश हुई वैसी बरसी तो यह गेहूं खराब हो सकता है। अब भी कई केंद्रों पर परिवहन नहीं होने से उपज बाहर ही पड़ी है। अफसर जरूर कह रहे हैं कि परिवहन का काम जारी है। इसकी रफ्तार नहीं बढ़ी तो यह सरकार के लिए भी मुसीबत बन सकता है।

पिछले २० मार्च से जिले में १६० समर्थन केंद्रों पर खरीदी का काम चल रहा है। कई केंद्रों पर शुरूआत से ही उपज बेचने आने वाले किसानों की भीड़ देखने को मिल रही है। बंपर आवक के चलते भंडारण और परिवहन नहीं होने से उपज खुले में ही रखी है। इधर दो दिन से मौसम ने करवट बदल ली है। बुधवार को सीहोर में कुछ देर तेज बारिश हुई थी। गुरुवार को भी आसमान पर बादल मंडराने के साथ हवा आंधी चली। ऐसे में तेज बारिश हुई तो खुले में रखा गेहूं खराब हो सकता है। बदले हुए मौसम को देख खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी और प्रशासनिक अमले की नींद उड़ गई है। उनकी समझ नहीं आ रहा है कि इस परिस्थिति में क्या करे और क्या नहीं। वह तेजी से प्रयास में जुटे हैं कि जल्दी से उपज का परिवहन हो।

२० मई तक खरीदी
समर्थन केंद्रों पर खरीदी का काम २० मई तक चलेगा। इसमें जिन किसानों के पास मोबाइल पर संदेश आता जा रहा है, वैसे ही वह केंद्रों पर उपज लेकर पहुंचने लगे हैं। वर्तमान में कई किसान ऐसे भी हैं जो अभी अपना नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं। इसके चलते उनके अन्य काम अटक गए हैं। उपज नहीं बिकने के कारण लेनदेन सहित खरीदी नहीं कर पा रहे हैं। किसानों ने बताया कि उपज पर ही निर्भर है। जब वहीं नहीं बिकेगी तो कैसे काम चलेगा। अभी नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि खरीदी का काम तेज चला तो निर्धारित तारीख से पहले ही सिमट सकता है।

कलेक्टर ने लिया जायजा
कलेक्टर तरूण कुमार पिथौड़े रेहटी स्थित ई उपार्जन केन्द्र पहुंचे। यहां न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य की समीक्षा की। वहीं चना एवं मसूर खरीदी के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारी, कर्मचारी को भी निर्देश दिए कि उपज लेकर आने वाले किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होना चाहिए।

अब तक जिले में इतनी हुई खरीदी
अफसरों की माने तो जिले में अब तक २ लाख २४ मैट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है। इसमें १ लाख ७८ हजार का परिवहन हुआ है। ३२ हजार ९०० किसानों से यह उपज खरीदी गई है। ३२ हजार टन की रैक आ रही है। वहीं ५ हजार हरदा में जा चुका है। रेहटी, गोपालपुर में खरीदा गया गेहूं कैप पर रखा जाएगा। जबकि आष्टा का गेहूं देवास के नानसा में रखा जाएगा। बता दे कि आष्टा विकासखंड में २ लाख ८ हजार ५३३ की खरीदी हुई है। यह उपज ४ हजार ६३० किसानों से खरीदी है।

सभी केंद्रों पर खरीदी का काम चल रहा है। खरीदी के साथ उपज का परिवहन भी हो रहा है। किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो उसका भी पूरा प्रयास किया जा रहा है। -शर्मा, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सीहोर