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सीहोर

आंधी कहर बनकर टूटी, 60 लाख का नुकसान

मानसून पूर्व किए गए मेंटनेंस की पहली तेज बारिश ने खोली पोल, 150 किमी क्षेत्र में टूटे बिजली के तार

सीहोरJun 12, 2020 / 05:19 pm

वीरेंद्र शिल्पी

आंधी कहर बनकर टूटी, 60 लाख का नुकसान

आंधी कहर बनकर टूटी, 60 लाख का नुकसान

सीहोर. आंधी कहर बनकर टूटी है। जिले में बुधवार शाम आंधी और रेत बारिश से करीब 90 गांव की बिजली सप्लाई प्रभावित हुई है। आष्टा, रेहटी, नसरुल्लागंज, बुदनी तहसील में आंधी के साथ हुई बारिश में कई मकान की चद्दर, छप्पर उड़े, वहीं करीब 600 बिजली के खंभा टूट गए, जिसके कारण रातभर अंधेरा छाया रहा है। बिजली कंपनी का अमला रात से ही मेंटनेंस में लगा है, लेकिन अभी तक सभी जगह बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो सकी है।

आंधी बारिश से चार तहसील में 11 केवी 550 खंभे, 33 केवी 50 खंभे और 150 किमी एरिया के बिजली तार टूटे हैं। बिजली कंपनी के अफसरों की माने तो करीब 60 लाख रुपए का अनुसान हुआ है। सबसे ज्यादा बिजली के खंभा 200 आष्टा तहसील में टूटे हैं, यहां डाबरी, डूका, चिन्नौठा क्षेत्र की बिजली सप्लाई अभी भी बंद है। बिजली कंपनी के अफसर देर रात तक मेंटनेंस कार्य पूर्ण होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उम्मीद बहुत कम है। बिजली सप्लाई बंद होने से लोग काफी परेशान हो रहे हैं।

तहसील: आष्टा
11 केवी टूटे खंभे: 200
33 केवी टूटे खंभे: 20
नुकसान: 20 लाख
क्या स्थिति : हवा आंधी से बिजली ंाभे, तार टूटने के कारण आष्टा शहर के अलावा 300 गांव में बिजली गुल हो गई थी। बिजली कंपनी के अमले ने बुधवार रात 11 बजे तक मेंटनेंस कर शहर और 280 गांव में बिजली सप्लाई चालू कर दी थी। जबकि 20 गांव में गुरुवार को भी दिनभर खंभे बदलकर और तार जोडऩे का काम चलता रहा। इन गांव में रात तक बिजली चालू होने की संभावना कम ही है। डाबरी, डूका, चिन्नौठा में खंभे, तार ज्यादा टूटे हैं।

तहसील : नसरुल्लागंज
11 केवी टूटे खंभे : 120
33 केवी टूटे खंभे : 20
नुकसान: 12 लाख
क्या स्थिति: आसमान से आई अचानक बारिश, हवा आंधी की आफत ने नसरुल्लागंज में भी कहर बरपाया है। घरों के छप्पर उडऩे के साथ बिजली खंभे और 25 किमी एरिया के तार टूटकर जमीन पर आ गए हैं। इससे नसरुल्लागंज के अलावा अधिकांश गांव की बिजली चली गई थी। इसमें रात में मर मत कार्य कर नसरुल्लागंज और कुछ गांव की बिजली सप्लाई चालू कर दी, जबकि 50 गांव में दूसरे दिन गुरुवार को भी दिनभर काम चलने से शाम तक बिजली नहीं आई।

तहसील : रेहटी
11 केवी टूटे खंभे : 80
33 केवी टूटे खंभे : 00
नुकसान: 15 लाख
क्या स्थिति : हवा, आंधी से बिजली खंभे, बिजली तार टूटने के साथ आड़े टेड़े हो गए हैं। इससे रेहटी नगर के अलावा आसपास के 104 गांव में बिजली चली गई थी। कंपनी के मेंटनेंस करने से शहर और कई गांव में चार घंटे बाद रात 10 बजे के करीब बिजली आ गई थी। जबकि 12 गांव में बिजली कंपनी का अमला गुरुवार को दिनभर मर मत कार्य करता रहा। बिजली कंपनी अधिकारियों की माने तो रात तक इन गांव में भी सप्लाई चालू होने का अनुमान है।

तहसील : बुदनी
11 केवी टूटे खंभे: 125
33 केवी टूटे खंभे : 00
नुकसान: 10 लाख
क्या स्थिति : बिजली खंभे, तार टूटने के बाद बिजली कंपनी का अमला मेंटनेंस कार्य में जुट गया था यह रात तीन बजे तक चलता रहा। इससे बुदनी शहर के अलावा आसपास के 160 से अधिक गांव में बिजली पहुंच गई थी। जबकि आधा दर्जन गांव में दूसरे दिन गुरुवार को आड़े टेड़े खंभों को ठीक और टूटे तारों को जोड़कर बिजली सप्लाई चालू की गई। बिजली आने के बाद ही लोगों ने काफी हद तक राहत महसूस की।


हर साल बिजली कंपनी सभी जगहों पर मानसून पूर्व मेंटनेंस कार्य करती है और यह इस बार भी किया है। बुधवार रात को तेज हवा आंधी से कई जगह बिजली खंभे, तारों पर पेड़ टूटकर गिरने के साथ अ?य भारी सामान उड़कर गिरे हैं। जिससे उनको नुकसान हुआ है। कंपनी अमले ने मर मत कार्य कर प्रभावित हुए शहर, गांवों में बिजली सप्लाई चालू कर दी।
सुनील कुमार खरे, एसी बिजली कंपनी सीहोर

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