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अवैध जगह हो रहा था खनन, संयुक्त टीम की कार्रवाई

सिवनी/मोहगांव. जिले के रेत खदानों पर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सिवनी के भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन के बाद अब केवलारी के कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह ने रेत खदानों पर सवाल खड़े किए हैं। इन सबके बीच बीते दिवस जिला खनिज व राजस्व विभाग की टीम ने एक अवैध खदान पर कार्रवाई की […]

पोकलैंड मशीन व ट्रैक्टर जब्त
पोकलैंड मशीन व ट्रैक्टर जब्त

सिवनी/मोहगांव. जिले के रेत खदानों पर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सिवनी के भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन के बाद अब केवलारी के कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह ने रेत खदानों पर सवाल खड़े किए हैं। इन सबके बीच बीते दिवस जिला खनिज व राजस्व विभाग की टीम ने एक अवैध खदान पर कार्रवाई की है। मौके से टीम ने पोकलैंड मशीन जब्त किया है।
बताया जा रहा है कि कुरई थाना क्षेत्र के बादलपार पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम बेलपेट के हलाल घाट में रात के समय पेंच नदी में पोकलैंड मशीन से अवैध रेत खनन हो रहा था। इसकी शिकायत ग्रामीण दो दिनों से संबंधित अधिकारियों से कर रहे थे। पहले तो जिम्मेदार कार्रवाई से बचते रहे, लेकिन लगातार शिकायत के बाद पुलिस बल के साथ संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। नदी से रेत निकालकर पास ही एक किसान के खेत में डंप किया जाना पाया गया। टीम के आने की जानकारी होते ही पोकलैंड मशीन को नदी से दूर एक खेत में छोडक़र रेत खनन करने वाले फरार हो गए। टीम को मौके से एक ट्रैक्टर मिली जो रेत की ढुलाई कर रही थी। उसे पकडक़र पुलिस चौकी बादलपार में खड़ा कराया गया है। कार्रवाई करने पहुंची टीम में शामिल खनिज निरीक्षक व पटवारी अजय बघेल ने बताया कि हल्का नंबर चार बेलपेट में जो खदान स्वीकृत है। उससे अलग अवैध तरीके से रेत खनन करते हुए पाया गया है।

पर्यावरण की अनदेखी भी हो रही रेत खदानों पर-


बताया जा रहा है कि जिले के रेत खदानों पर पर्यावरण की अनदेखी हो रही है। बीते वर्ष रेत खदान का ठेका लेने वाले टीम के एक सदस्य ने भी इसकी शिकायत प्रधानमंत्री सहित उच्चाधिकारियों से की है। इससे इसकी पुष्टि हो रही है। बताया जा रहा है कि खनन करने वाले नियमों को ताक पर रखकर कार्य कर रहे है। बीते वर्ष भाजपा विधायक राय के निरीक्षण में भी यह मामला सामने आया था। कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह की शिकायत के बाद निरीक्षण करने आई संभागीय टीम ने भी ऐसे नजारे देखे है। खास है कि इसके बाद भी जिले के रेत खदानों पर अपेक्षाकृत कार्रवाई नहीं होने से पर्यावरणविदों में आक्रोश है। खनिज विभाग के साथ ही जिले के आलाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है।