31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सर, मैं मम्मी-पापा का सपना पूरा करना चाहता हूं, प्लीज मुझे पास कर दो

कुछ बच्चे परीक्षा के दौरान उत्तर पुस्तिका में टीचर से पास करने की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं, ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश में भी आया है, जिसमें एक बच्चे ने अपने माता पिता का सपना पूरा करने के लिए सर से पास करने की गुहार लगाई है।  

less than 1 minute read
Google source verification
सर, मैं मम्मी-पापा का सपना पूरा करना चाहता हूं, प्लीज मुझे पास कर दो

सर, मैं मम्मी-पापा का सपना पूरा करना चाहता हूं, प्लीज मुझे पास कर दो

सिवनी. मैं पढ़ाई में अच्छा हूं, रोजाना स्कूल भी जाता था, लेकिन परीक्षा के कुछ समय पहले बीमार हो गया, इससे परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाया हूं। इसलिए आपसे निवेदन है कि मुझे अच्छे नम्बर दें, तो बहुत मेहरबानी होगी। सर. मैं पढ़-लिखकर सरकारी नौकरी कर मम्मी-पापा का सपना पूरा करना चाहता हूं, यदि मैं पास नहीं हो पाया, तो उनको खुशी नहीं होगी, इसलिए आप मेरी मदद करो, मुझे पास कर दो। कुछ इसी तरह के संदेश एमपी बोर्ड परीक्षा की जांची जा रही उत्तरपुस्तिका के पन्नों पर लिखे हुए पाए जा रहे हैं।

यह बात जिला मुख्यालय के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों ने बताई। ऐसे ही हाईस्कूल के एक परीक्षार्थी ने लिखा कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए कोचिंग नहीं पढ़ पाया, इस कारण से उत्तरपुस्तिका में कई उत्तर गलत हो सकते हैं, फिर भी उस पर दया करते हुए नंबर बढ़ाकर पास किया जाए।

यह भी पढ़ें:- 270 रुपए में करें खाटू श्याम की यात्रा, इंदौर से सीधी ट्रेन

नियम के अनुसार जांची जाती हैं उत्तर पुस्तिका

उत्तरपुस्तिका में विद्यार्थी कई तरह के भावनात्मक संदेश लिखते हैं, पूर्व के वर्षों में भी ऐसा होता रहा है। हालांकि मंडल के निर्देश के अनुसार उत्तरपुस्तिका में परीक्षार्थी ने जितना सही-सही उत्तर लिखा है, उसी के आधार पर अंक प्रदान किए जाते हैं। परीक्षक के अलावा उपमुख्य परीक्षक और मुख्य परीक्षक भी अंकों का मिलान करते हैं।

- पीपी पाण्डे, मूल्यांकन केन्द्र के प्रभारी

देखें वीडियो : सीएम शिवराज सिंह चौहान की बड़ी घोषणा