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पूरा दिन बंद रहे मंदिरों के पट, घरों में भी नहीं हुई पूजा

खग्रास चन्द्रग्रहण को लेकर बरती विशेष सावधानी

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temples remained closed for the whole day, not even in the ho

temples remained closed for the whole day, not even in the ho

शहडोल. वर्ष 2018 का पहला चन्द्रग्रहण माघ मास की पूर्णिमा यानि बुधवार को पड़ा। इस खग्रास चन्द्र ग्रहण के चलते बुधवार की सुबह 8.19 से सूतक काल प्रारंभ हो गया। जिसके चलते पूरा दिन मंदिरो के पट बंद रहे। वहीं घरों में भी पूजा पाठ नही हुये। लोगो ने पंडि़तों व जानकारों से राय लेकर विधि विधान के साथ पूजा जप तक का काम किया। चन्द्रग्रहण पूरा दिन कौतूहल का विषय बना रहा किसे लाभ होना किसे हानि होगी क्या गतिविधियां होगी इसे लेकर जगह-जगह चर्चायेंं चलती रही।
ग्रहण काल में किस जातक को क्या करना चाहिये कौन सी पूजा करनी चाहिये औन ग्रहण काल समाप्त होने के बाद किन वस्तुओं का दान करना चाहिये यह जानने की भी लोगो में उत्सुकता देखने मिली और वह पंडितो व ज्योतिषविदों से इस विषय में चर्चा कर उसके अनुरूप पूजा जप-तप में लगे रहे। उल्लेखनीय है कि बुधवार की सुबह 8.19 से सूतक काल प्रारंभ हुआ वहीं ग्रहण काल सायं 5.35 से प्रारंभ होगा और 7.38 में उदित चन्द्रमा पूरी तरह से ढ़ंका हुआ नजर आया। इसके उपरांत 8.42 में मोक्ष काल के बाद सभी लोग विधि विधान के साथ स्नान ध्यान कर दान व अन्य कार्य करने में जुट गये।

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छात्रों की उपलब्धियों का होगा आंकलन
शहडोल. कक्षा 10 वीं के छात्रो की उपलब्धियों के आंकलन के लिये ५ फरवरी को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे परीक्षा आयोजित की गई है। जिसके लिये भोपाल स्तर से परीक्षा केन्द्र चयनित किये गये हैं। साथ ही लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा परीक्षा संचालन के लिये जिला शिक्षा अधिकारी के साथ ही अन्य संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। आगामी 5 फरवरी को आयोजित होने वाली उक्त राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे परीक्षा के लिये जिले के कुल 80 शासकीय / अशासकीय विद्यालयों में परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। इन परीक्षा केन्द्रो में वहीं पर अध्ययनरत् छात्रों द्वारा परीक्षा दी जायेगी। इस परीक्षा के माध्यम से कक्षा 10 वीं में अध्ययनरत छात्रों की उपलब्धियों का आकलन किया जायेगा। इस परीक्षा में जो कमजोर छात्र सामने आयेंगे उनकी कमियों को दूर करने के प्रयास किये जायेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुये परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। जिसके लिये तैयारी पूरी कर ली गई है। साथ ही संबंधित अधिकारियों को परीक्षा के पूर्व भोपाल में एक दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। जिससे कि परीक्षा को संपन्न कराने में किसी भी प्रकार की व्यवधान उत्पन्न न हो।