लोकायुक्त की टीम ने मेल नर्स को ३ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा
लोकायुक्त की टीम ने मेल नर्स को ३ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ाफरियादी बोला: मैंने की थी डॉक्टर की शिकायत, पुलिस ने जबरन पकड़ लिया मेल नर्स कोएमएलसी में गंभीर चोट लिखवाने के नाम पर मांगी थी रिश्वतलोकायुक्त की कार्रवाई को लेकर दिनभर चलता रहा अफरा-तफरी का दौर
लोकायुक्त की टीम ने मेल नर्स को ३ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा
लोकायुक्त की टीम ने मेल नर्स को ३ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा फरियादी बोला: मैंने की थी डॉक्टर की शिकायत, पुलिस ने जबरन पकड़ लिया मेल नर्स को एमएलसी में गंभीर चोट लिखवाने के नाम पर मांगी थी रिश्वत लोकायुक्त की कार्रवाई को लेकर दिनभर चलता रहा अफरा-तफरी का दौर बैराड़-शिवपुरी। जिले के बैराड़ नगर के अस्पताल में पदस्थ संविदा मेल नर्स को लोकायुक्त ग्वालियर पुलिस ने गुरूवार सुबह ३ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकडऩे की कार्रवाई की है। मेल नर्स ने यह रिश्वत फरियादी से उसके भाई की एमएलसी रिपोर्ट मेंं गंभीर चोट लिखवाने की एवज में मांगी थी। हालांकि बाद में फरियादी मेल नर्स की जगह डॉक्टर के खिलाफ शिकायत करने की बात बोलता रहा, लेकिन पुलिस के मुताबिक मेल नर्स पर ही कार्रवाई हुई है। लोकायुक्त डीएसपी विनोद सिंह कुशवाह ने बताया कि १९ दिसंबर को ग्वालियर में उनके कार्यालय में आकर सोनू पुत्र अमर सिंह जाटव निवासी ग्राम टौरिया बैराड़ ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके भाई का एक्सीडेंट १५ दिसंबर को हुआ था। एमएलसी में गंभीर चोट लिखवाने की एवज में उससे बैराड़ अस्पताल में कार्यरत संविदा मेल नर्स रघुराज(२८) पुत्र ओमप्रकाश धाकड़ ५ हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। हालांकि बाद में सौदा ४ हजार रपए में तय हो गया और एक हजार रुपए वह रघुराज को दे चुका है। शिकायत पर से अगले दिन लोकायुक्त पुलिस के एक आरक्षक को टेप रिकोर्डर लेकर पीडि़त सोनू के साथ बैराड़ भेजा गया। यहां पर मेल नर्स द्वारा रिश्वत मांगने की ऑडियो को रिकोर्ड किया गया। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से गुरूवार २१ दिसंबर को लोकायुक्त पुलिस ने अस्पताल में कार्यरत मेल नर्स रघुराज धाकड़ को उसके भाई की फर्नीचर की दुकान पर ३ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी रघुराज धाकड़ के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। यहां बता दें कि पुलिस ने रघुराज को सुबह ११.१५ बजे पकड़ लिया था, लेकिन कार्रवाई का सिलसिला देर शाम ७.३० बजे तक चलता रहा। बताया जा रहा है कि आरोपी को पकडऩे के बाद पीडि़त पक्ष डॉक्टर को आरोपी बनाना चाह रहा था, लेकिन कार्रवाई सिर्फ मेल नर्स पर हुई। हालांकि लोकायुक्त पुलिस ने बयान लेने के लिए डॉ नवोदित अवस्थी को पुलिस थाने बुलाया था, पर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई। बॉक्स- फरियादी बोला मैंने डॉक्टर के खिलाफ की थी शिकायत, मेल नर्स को नही जानता पूरे घटनाक्रम में चौकाने वाला पहलू यह है कि जब फरियादी सोनू जाटव से बात की गई तो सोनू ने बताया कि एमएलसी में गंभीर चोट लिखवाने के फेर में उससे अस्पताल में तैनात डॉक्टर नवोदित अवस्थी के खिलाफ शिकायत की थी और आज जब रिश्वत देने गया तो वह मेल नर्स को ही डॉक्टर अवस्थी समझ बैठा। जबकि मैं रघुराज को शक्ल से भी नही जानता। पुलिस को डॉक्टर पर कार्रवाई करना थी, लेकिन रघुराज पर कर दी। यह बोले जिम्मेंदार -हमारे पास फरियादी ने रघुराज धाकड़ की शिकायत की थी। हमने जो पड़ताल की उसमें भी रघुराज की पैसे मांगने की आवाज रिकोर्डिग में आई है। आज भी हमने रघुराज को ही रिश्वत के साथ पकड़ा है। अगर डॉक्टर का कोई रोल होगा तो विवेचना के दौरान आगे का कार्रवाई करेंगे। विनोद कुशवाह, डीएसपी, लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर।