
सीकर. केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तीन करोड़ रुपए की कथित रिश्वत के मामले में मुम्बई के आयकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर जयपाल स्वामी को गिरफ्तार किया है।
जयपाल स्वामी राजस्थान के चूरू जिले की तारानगर तहसील के गांव बूचावास के रहने वाले हैं। मुम्बई के चर्चगेट स्थित आयकर मुख्यालय में तैनात जयपाल स्वामी की गिरफ्तार की खबर पूरे चूरू जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।
यूं जानिए क्या है पूरा मामला
-सीबीआई ने आयकर विभाग के उपायुक्त जयपाल स्वामी के साथ दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
-एक आरोपित सोना-चांदी व हीरों का व्यापारी प्रथमेश व दूसरा आरोपित रिश्वत की रकम लेने वाला दलाल कमलेश शाह है।
-जयपाल स्वामी पर हीरा व्यापारी प्रथमेश को आयकर से जुड़े विवादित मामलों में लाभ पहुंचाने का आरोप है।
-मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक तीन करोड़ की कथित रिश्वत में से कुछ हिस्सा नकदी व शेष सोना-चांदी व हीरों के रूप में था।
-आयकर डिप्टी कमिश्नर को स्वामी मुम्बई के चर्चगेट स्थित आयक भवन से शुक्रवार को पकड़ा गया है।
-तीनों आरोपितों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
-इनकी गिरफ्तारी के बाद अब सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि स्वामी के लिंक किन-किन कारोबारियों से रहे हैं।
-ऐसे में इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
शिक्षक के बाद डीएसपी और फिर आयकर अधिकारी
जयपाल स्वामी के पिता खेती करते हैं। जयपाल की पहली नौकरी शिक्षा विभाग राजस्थान में बतौर शिक्षक लगी थी। शिक्षक बनने के बाद भी जयपाल स्वामी ने आरपीएससी की तैयारी जारी रखी और फिर आरपीएससी में डीएसपी के पद पर चयन हुआ, मगर जयपाल स्वामी का ख्वाब था सिविल सर्विसेस। वर्ष 2010 में जयपाल स्वामी ने इंडियन सिविल सर्विसेस परीक्षा (2009) उत्तीर्ण की और मुम्बई आयकर विभाग में डिप्टी कमिश्नर के पद पर ज्वाइन किया।
Published on:
23 Sept 2017 01:37 pm
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