सीकर. नेछवा तहसील में नामान्तरण खोलने की एवज में रिश्वत मांगने के आरोपों के बाद राजस्व मंडल ने नेछवा तहसीलदार अविनाश चौधरी को एपीओ कर दिया है। पत्रिका में खबर प्रकाशन के बाद उप निबंधक चेतन कुमार त्रिपाठी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। जिसमें पदस्थापन की प्रतीक्षा में तहसीलदार को अजमेर स्थित राजस्व मंडल में उपस्थिति देने को कहा गया है। गौरतलब है कि फरियादी छोटूलाल ने नामान्तरण खोलने के नाम पर तहसीलदार अविनाश चौधरी पर पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लिखित शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि पहले तहसीलदार ने जबरन जमीन खरीदने का दवाब बनाते हुए 45 लाख रुपए का प्रस्ताव दिया। प्रस्ताव ठुकराने पर जमीन का बेचान किसी दूसरे को करने पर नामान्तरण खुलवाने गया तो उसे धमकी दी। बाद में भाजपा नेताओं के सहयोग से मामला सीएम तक पहुंचा। खबर को पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसके बाद हरकत में आए राजस्व मंडल ने तहसीलदार अविनाश चौधरी को एपीओ करने के आदेश जारी कर दिए। गौरतलब है कि इस मामले में भाजयुमो जिलाध्यक्ष स्वेदश शर्मा ने पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए सीएम से मुलाकात कराई थी। इसके बाद सीएमओ की ओर से यह एक्शन लिया गया है।
यह बोली पीडि़त महिला
इस मामले में पीडि़त संजू नायक ने पत्रिका से बातचीत में बताा कि मैं एक दलित और गरीब परिवार की महिला हूं मेरे पति की मौत हो चुकी है। मेरे छोटे छोटे तीन बच्चे है। मैने मेरी पीड़ा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बताई कि भ्रष्ट अधिकारी व भूमाफियों मेरी जमीन हड़पना चाहते है। मुख्यमंत्री ने तहसीलदार पर कार्रवाई कर हमारे को न्याय दिलाया है।
Published on:
14 Jun 2025 12:07 pm