29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कर्मचारी ने ही साथी के साथ मिलकर चुराए थे 18 लाख रुपए

फतेहपुर कोतवाली पुलिस ने दो दिन पूर्व नेशनल हाइवे स्थित एलआइसी कार्यालय में हुई 18 लाख रुपए से अधिक की चोरी की वारदात का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे चुराई गई रकम में से 15 लाख से अधिक की राशि बरामद कर ली है।

2 min read
Google source verification
कर्मचारी ने ही साथी के साथ मिलकर चुराए थे 18 लाख रुपए

कर्मचारी ने ही साथी के साथ मिलकर चुराए थे 18 लाख रुपए

फतेहपुर कोतवाली पुलिस ने दो दिन पूर्व नेशनल हाइवे स्थित एलआइसी कार्यालय में हुई 18 लाख रुपए से अधिक की चोरी की वारदात का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे चुराई गई रकम में से 15 लाख से अधिक की राशि बरामद कर ली है। पुलिस उप अधीक्षक रामप्रताप विश्नाई ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि मामले में एलआइसी के अस्थायी कर्मचारी रमनदीप रैवाड (27) पुत्र रामेश्वरलाल जाट और उसके सहयोगी अशोक कुमार रेवाड़ (29) पुत्र देवकरण रेवाड़ को गिरफ्तार किया है। दोनों रामथाना थाना इलाके के सदीनसर के निवासी हैं। उनसे 15 लाख 89 हजार 900 रुपए बरामद कर लिए। पुलिस दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर चुराई गई बाकी रकम व सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर के बारे में पूछताछ कर रही है ।

साजिश रचकर वारदात

अनुसंधान अधिकारी कोतवाल इंद्रराज मरोडिया ने बताया कि एलआइसी का अस्थायी कर्मचारी रमनदीप रैवाड अधिकारियों के निर्देशन में डबल लॉकर में राशि रखने और लॉकर बंद करने का कार्य करता है। लॉकर की दो चाबियां दो कर्मचारियों के पास रहती हैं । रमनदीप ने दोनों कर्मचारियों को अपने विश्वास में ले लिया। वारदात के दिन उसने डबल लॉकर को लॉक नहीं किया, बल्कि दोनों कर्मचारियों से कह दिया कि उसने लॉक कर दिया है। उसे लॉकर में रखी जाने वाली राशि का भी पता था। रात में उसनेे गांव के साथी अशोक रेवाड़ के साथ मिल कर पूर्वनियोजित तरीके से कार्यालय में रखी गैती, घास काटनेवाली बडी कैंची व सरिये से लॉकर का ताला तोडकर उसमें रखे 18.80 लाख रुपए चुरा लिए। जाते समय सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी साथ ले गए।

लॉकर नहीं टूटने पर गहराया शक

एलआइसी कार्यालय में गोदरेज का डबल लॉकर है लेकिन उसे तोडा नहीं गया बल्कि चाबी से खोला गया था। इससे पुलिस को किसी र्मचारी के ही वारदात में शामिल होने का अंदेशा हुआ। वारदात के बाद सोमवार को सभी कर्मचारी कार्यालय आए लेकिन रमनदीप बहाना बना कर कार्यालय नहीं आया। बाद में पुलिस खुद उसे उसके गांव सदीनसर से लेकर आई। वारदात को लेकर एलआइसी कर्मचारी राजकुमार ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।