scriptसिरोही के जिला अस्पताल में मासूम बच्चे को श्वानों ने नोच-नोच कर मार डाला, मां हुई बेसुध | Dogs mauled a child to death in Sirohi's district hospital | Patrika News

सिरोही के जिला अस्पताल में मासूम बच्चे को श्वानों ने नोच-नोच कर मार डाला, मां हुई बेसुध

locationसिरोहीPublished: Feb 28, 2023 10:38:38 pm

Submitted by:

Satya

मां बोली, रात 12 बजे दूध पिलाकर सुलाया था, नींद आते ही ले गए श्वान

सिरोही के जिला अस्पताल में मासूम बच्चे को श्वानों ने नोच-नोच कर मार डाला, मां हुई बेसुध

सिरोही के जिला अस्पताल में मासूम बच्चे को श्वानों ने नोच-नोच कर मार डाला, मां हुई बेसुध

Dogs mauled a child to death in Sirohi’s district hospitalसिरोही. जिला मुख्यालय के मेडिकल कॉलेज से संबद्ध राजकीय जिला चिकित्सालय में सोमवार देर रात को दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जिला अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही व जिम्मेदारों की अनदेखी से अस्पताल में श्वानों का इस कदर आतंक है कि टीबी वार्ड में मां के पास सो रहे एक 29 दिन के मासूम बच्चे को श्वान उठा ले गए और नोच खाया। श्वानों ने मासूम के हाथ, पैर, पेट सहित शरीर के कई अंगों को चबा डाला। जिससे मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। इस दिल दहलाने वाली घटना ने जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। इस घटना के बाद से शहर सहित क्षेत्र में सनसनी फैल गई। अस्पताल में भर्ती मरीजों में भी भय व्याप्त है।
जानकारी के मुताबिक पाली जिले की बाली के सिवणा निवासी पिण्डवाड़ा सिरोही में किराए पर रहा 40 वर्षीय महेन्द्र कुमार मीणा सिलिकोसिस से पीडि़त है। वह सोमवार दोपहर को जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में भर्ती हुआ था। उसकी पत्नी रेखा व तीन मासूम बच्चे भी उसके साथ में थे। जिनमें एक बच्चा महज 29 दिन का था। सोमवार रात को मरीज महेन्द्र बेड पर था और उसकी पत्नी अपने तीन मासूम बच्चों के साथ बेड के पास ही नीचे फर्श पर सो रही थी। देर रात करीब 1.30 बजे अचानक से पति के जगाने पर रेखा की आंख खुली तो उसका 29 दिन का मासूम बच्चा गायब था। उसकी पत्नी वार्ड से बाहर देखने गई तो अस्पताल परिसर में दो-तीन श्वान मासूम बच्चे को नोच रहे थे। इस पर उसने शोर मचाया। वहां मौजूद लोग दौड़कर बाहर गए और श्वानों को भगाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। श्वानों ने उस मासूम बच्चे का एक हाथ, पैर, पेट सहित शरीर के कई हिस्सों को नोच-नोच कर उसे मार डाला। सूचना पाकर अस्पताल प्रशासन मौके पर पहुंचा और बच्चे के क्षत विक्षत शव को एकत्रित कर मोर्चरी में रखवाया। इसके बाद मंगलवार सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद पुलिस व प्रशासन ने शव को आनन-फानन में दफना दिया गया।

आंखों के सामने कलेजे के टुकड़े को नोचता देख बेसुध हुई मां
यहां अस्पताल परिसर में अपने कलेजे के टुकड़े को आवारा श्वानों के नोचता देखकर मां का कलेजा फट पड़ा। देखते ही वह बेसुध हो गई। पिता भी घटना सुनकर सन्न रह गया। वार्ड में भर्ती मरीजों ने उनको ढांढस बंधाया। मासूम की मां रेखा देवी ने बताया कि श्वान उसके बच्चे का सिर, एक हाथ व पेट चबा गए। उस मासूम का शरीर के टुकड़े पड़े थे। जिनको एकत्रित किया गया। घटना के बाद से माता-पिता का बुरा हाल है। दोनों गम में है। उनके पास बैठे दो मासूम बच्चों को तो यह भी पता नहीं कि क्या घटना हुई है। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते उनका छोटा भाई विकास अब इस दुनिया में नहीं रहा। अब महेन्द्र के छह साल का बेटा वीरेन्द्र व सात साल की बेटी परी है।
29 दिन पहले इसी अस्पताल में जन्मा था बच्चा
पीडि़त महेन्द्र ने बताया कि उसके तीन बच्चे है। सबसे बड़ी बेटी परी 7 वर्ष की, दूसरा बेटा वीरेन्द्र 6 वर्ष का और सबसे छोटा बेटा महज 29 दिन का था। छोटा बेटा 28 दिन पहले इसी अस्पताल में जन्मा था और आवारा श्वानों ने इसी अस्पताल में उसे नोच नोच कर मार डाला।
अस्पताल में श्वानों का आतंक, देर रात तक भगाते रहे, नींद आते ही उठा ले गए

पीडि़त महेन्द्र ने बताया कि अस्पताल में श्वानों का इस कदर आतंक है कि अस्पताल के गेट से लेकर वार्डों तक हर कोने में आवारा श्वान घूमते नजर आना आम बात है। इससे मरीज सुरक्षित नहीं है। रात को भी गार्ड नहीं होने से बार बार टीबी वार्ड में श्वान घुस रहे थे। पीडि़त ने बताया कि रात को एक श्वान को भगाते तो दूसरा आ जाता। श्वानों को कई बार वार्ड से बाहर भगाया। रात 12 बजे बाद सभी सो गए। इसी बीच श्वान उस मासूम बच्चे को उठा ले गए। रात करीब 1.30 बजे बाद जैसे से उसकी नींद खुली और उसने पत्नी को बोला कि बच्चा कहां है, तो उसने बाहर जाकर देखा तो कपड़ा गेट के बाहर पड़ा था और श्वान बच्चे को नोच रहे थे। गर्दन, हाथ, पेट समेत शरीर के अन्य अंग नोचने से मासूम की मौके पर ही मौत हो गई।
पीडि़त का आरोप-आनन-फानन में दफनाया

पीडि़त का आरोप है कि प्रशासन ने उसे बिना बताए ही बच्चे के शव को आनन फानन में दफना दिया गया। उसने बताया कि प्रशासन ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया। इसके बाद में श्मशान घाट में दफना दिया। इस दौरान बच्चे की मां और उसके भाई-बहन ही मौजूद रहे।
मां बोली, रात 12 बजे दूध पिलाकर सुलाया था, नींद आते ही ले गए श्वान

टीबी वार्ड में गुमशुम बैठी मां रेखा देवी से घटना के बारे में पूछते ही उसकी आंखों से रूलाई फूड पड़ी। उसने बताया कि रात को 12 बजे उसने एक माह के मासूम बच्चे को दूध पिलाकर अपने पास सुलाया था। जब रात को पति के कहने पर उसकी नींद खुली तो मासूम बच्चा गायब था। इस पर उसने बाहर जाकर तलाशा तो वार्ड से चंद कदम दूर अस्पताल परिसर में ही श्वान मासूम बच्चे को नोच रहे थे। यह देखकर रेखा देवी बेसुध हो गई। लोगों ने उसे संभाला। कुत्तों ने बच्चे को कई जगह से नोच खाया। जिससे उसकी मौत हो गई।

गार्ड को हटाया, रात्रीकालीन स्टाफ को नोटिस
इधर, घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रात्रीकालीन डयूटी पर तैनात गार्ड को हटाया दिया है। साथ ही नर्सिंग अधीक्षक सहित रात्री ड्यूटी में तैनात संपूर्ण स्टाफ को कारण बताओ नाेटिस जारी किया है। मामले की जांच की जा रही है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया विरोध-प्रदर्शन

जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं और इस तरह की दिल दहलाने वाली घटना के विरोध में धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा जिला अध्यक्ष नारायण पुरोहित, भाजपा नेता नारायण देवासी सहित कई पदाधिकारियों ने अस्पताल परिसर में धरना देकर विरोध जताया और इसके बाद पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने एवं दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि इस सरकार में मरीज और उनके परिजन अस्पताल में ही सुरक्षित नहीं है तो फिर कहां होंगे। मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और पीडि़त को न्याय मिले।
इन्होंने बताया—

बच्चे की बॉडी का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम किया गया है। जिसमें उसके एक हाथ, पैर, पेट, गर्दन आदि को नोचा हुआ था। —–डॉ. शक्तिसिंह, जिला अस्पताल, सिरोही


मामले में त्वरित कार्रवाई की जा रही
टीबी वार्ड में भर्ती मरीज का बच्चा मिसिंग होने की रात करीब ढाई बजे सूचना मिली थी। सूचना पर रात्रीकालीन स्टाफ ने तलाश किया और सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो श्वान ले जाते नजर आए। तलाश करने पर अस्पताल परिसर में बच्चे की बॉडी मिली है। जिसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया है। मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए रात्रीकालीन गार्ड को हटा दिया है। साथ ही नर्सिंग अधीक्षक सहित रात्री ड्यूटी में तैनात संपूर्ण स्टाफ को कारण बताओ नाेटिस जारी किया है। मामले की जांच की जा रही है। अस्पताल में श्वान विचरण करने के बारे में पूर्व में नगर परिषद को लिखा भी था। रात को वार्डों का गेट बंद किया जाता है, इस वार्ड का भी किया था, लेकिन किसी अटेंडेंट ने खोल दिया, जिसका पता लगा रहे हैं।
—-डॉ. ए के मौर्य, पीएमओ, जिला अस्पताल सिरोही
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