थाना प्रभारी भंवरलाल ने बताया मंडार निवासी की बेटी की सगाई एक साल पहले रानीवाड़ा अदेपुरा निवासी अर्जुन कुमार के साथ हुई थी। अर्जुन कुमार ने सगाई के दौरान सवा पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद लड़की के पिता को की थी, लेकिन सगाई के एक साल बाद पिता ने उसकी बेटी की सगाई भीनमाल कर दी। सगाई तोड़ने के बाद भी पिता दिए हुए सवा पांच लाख रुपए नहीं लौटा रहा था। जिससे नाराज होकर अपहरण की घटना को अंजाम दिया, लेकिन अपहरण के दौरान सगाई की गई युवती की पहचान नहीं होने से आरोपी दूसरे भाई की लडक़ी को ही उठा ले गए। बीच रास्ते में पूछताछ करने पर लडक़ी दूसरे भाई की निकली, जिस पर आरोपी उसे गोशाला के पास छोड़कर फरार हो गए।
आरोपी अपहरण के बाद छोड़ गए थे युवतीउल्लेखनीय है कि मंडार निवासी ने रिपोर्ट देकर बताया था की वह कुएं पर स्थित आवासीय मकान में परिवार के साथ रहता है। शनिवार दोपहर में उसके कुएं पर तीन जने रैकी करने आए। इसके बाद शनिवार रात्रि तीन वाहनों में सवार होकर करीब पंद्रह से बीस लोग आए और घर में सो रही उसकी बेटी का अपहरण कर ले गए। परिजनों ने विरोध किया तो आरोपियों ने मारपीट की। जिससे वह, उसकी पत्नी व भाभी घायल हो गए। इसके बाद बेटी के हाथ, पैर व मुंह बांधकर गाड़ी में डालकर अपहरण कर ले गए। सुबह आरोपी युवती के जेवरात लूट कर उसे गोशाला के पास छोडकर फरार हो गए थे।
इनको किया गिरफ्तार पुलिस ने रानीवाड़ा अदेपुरा हाल सिलदर निवासी अर्जुन कुमार पुत्र दलाराम माली, रानीवाड़ा अदेपुरा निवासी सुरेश कुमार पुत्र दलाराम माली, भीनमाल हाल सिलदर निवासी उदाराम पुत्र प्रतापराम माली, रानीवाड़ा अदेपुरा हाल सिलदर निवासी दलाराम पुत्र गीगाराम माली, रेवदर कराजिया निवासी जोगाराम पुत्र भीखाराम गरासिया, आबूरोड निचलागढ़ निवासी सवाराम पुत्र सूरमाराम गरासिया, रेवदर कराजिया निवासी गुलाराम पुत्र गलबाराम गरासिया को गिरफ्तार किया। सातों को न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेजा गया।