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काश ! सीएम यहां आते तो शायद माउंट की कुछ तस्वीर बदल जाती

विकास योजनाओं को साकार करने की आस रही अधूरी माउंट आबू विकास समिति के अध्यक्ष है गहलोत

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माउंट आबू. पर्यटन स्थल माउंट आबू का विहंगम दृश्य।

माउंट आबू. पर्यटन स्थल माउंट आबू का विहंगम दृश्य।

माउंट आबू. पर्यटन स्थल माउंट आबू की प्राकृतिक सुंदरता को निहारने हर वर्ष करीब 40 लाख से अधिक देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं। ऐसे में राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल को और अधिक आभामय बनाए जाने की समय और परिस्थितियों की बलवती मांग को देखते हुए आबू विकास समिति अध्यक्ष मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बुधवार को यहां प्रवास से लोगों में स्थानीय विकास की आस जगी थी। उनके आने से माउंट आबू विकास समिति की बैठक आहूत होती। लेकिन स्वास्थ्य कारणों से मुख्यमंत्री गहलोत का कार्यक्रम निरस्त होने से नागरिकों में मायूसी का माहौल रहा।

सालगांव बांध व पोलोग्राउंड को थी आसआबू विकास समिति अध्यक्ष व मुख्यमंत्री गहलोत के माउंट आबू आने से उम्मीद बंधी थी कि मुख्यमंत्री के यहां आने से बहुप्रतीक्षित सालगांव बांध परियोजना के अस्तित्व में आने, पोलोग्राउंड के कायाकल्प, बहुमंजिला किचन गार्डन, अशोक वाटिका आदि पार्किंग स्थलों के विकास समेत विभिन्न घोषणाएं व वर्चुअल शिलान्यास की योजनाओं को अमलीजामा पहनाए जाने की उम्मीदों को बल मिला था। लेकिन बुधवार को उनके नहीं आने से लोगों के मनसूबे धरे रह गये।

इन योजनाओं को भी मूर्तरूप मिलने की मांग

वर्षाऋतु के दौरान चट्टानों के खिसकने से माउंट आबू को देश से जोडऩे वाले एकमात्र आबूरोड-माउंट आबू मार्ग के अवरूद्ध होने की स्थिति में आपात स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक माउंट आबू-सिरोडी सडक मार्ग का जीर्णोद्वार करवाने, पर्यटकों के अधिक ठहराव, माउंट आबू के प्रति उनमें रुचि उत्पन्न करने को प्रस्तावित नए दर्शनीयस्थल लख चौरासी योजना, हर्बल गार्डन समेत विभिन्न उद्यानों के विकास की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की मांग की जा रही है। इसके साथ ही पर्यटकों व धार्मिक यात्रियों की आस्था को देखते हुए उनके आवागमन को सुगम बनाने के लिए शक्तिपीठ आस्थास्थल अधरदेवी, अनादरा प्वाइंट-भैरूतारक धाम के प्रस्तावित रोप-वे स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान कराने, पौराणिक व अन्य पर्यटनस्थलों के विधिवत विकास के लिए विशेष तौर पर बजट मुहैया करवाने की लोगों की मांग है।

नक्की को बजट की दरकार

इधर, नक्की झील के सौंदर्यकरण को बजट की दरकार है। प्रस्तावित शिल्पग्राम को शीघ्र स्वीकृत कराया जाने की मांग, आबूरोड से गुरुशिखर तक पूर्व में स्वीकृत योजना भारतमाला परियोजना को मूर्तरूप दिलाने को सक्षम स्वीकृति मुहैया कराने आदि मांगों को लेकर लोगों में आस बंधी हुई है।इनका कहना है

मुख्यमंत्री की ओर से बजट में सालगांव समेत अन्य घोषणाओं की अधिकतर परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाए जाने का कार्य प्रगति पर चल रहा है। जिनकी शीघ्र ही क्रियान्वित होगी। गुलाबगंज माउंट आबू मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए वनविभाग से स्वीकृति प्राप्त करने को योजना भिजवाई जाएगी।

संयम लोढ़ा, विधायक, सिरोही

सालगांव बांध परियोजना की प्रशासनिकए वित्तीय व तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है। जिसकी बजट स्वीकृति को सक्षम विभाग को कार्यवाही करने के लिए योजना संप्रेषित की गई है। बजट मुहैया होने पर आगे की कार्यवाही होगी।

महेश शर्मा, एईएन, इरिगेशन, आबूरोड

माउंट आबू विकास समिति के भी मुख्यमंत्री अध्यक्ष हैं। यहां के विकास के लिए वे हमेशा गंभीरतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। पूर्व में घोषित सभी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। आबू विकास समिति की बैठक आहूत करने की योजना थी। लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वे नहीं आए। शीघ्र ही माउंट आबू आकर समिति की बैठक आयोजित करने का मुख्यमंत्री से अनुरोध किया जाएगा।

रतन देवासी, विधानसभा पूर्व मुख्य उप सचेतक