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माउंट का मोह : वादियों को निहारने आते-जाते रहे हैं राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री

locationसिरोहीPublished: Sep 06, 2022 03:11:34 pm

ज्ञानी जैलसिंह, आर. वेंकटरमन और अब्दुल कलाम आ चुके, आगामी 11 को माउंट आबू आने वाली मुर्मू चौथी राष्ट्रपति होंगी

माउंट का मोह : वादियों को निहारने आते-जाते रहे हैं राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री

माउंट का मोह : वादियों को निहारने आते-जाते रहे हैं राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री

माउंट आबू. पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू ऐसा खूबसूरत शहर है कि यहां आने का मोह देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक नहीं छोड़ पाए हैं। कई राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री पर्वतीय स्थल पर आते-जाते रहे हैं। दिग्गजों की फेहरिस्त बनाई जाए तो खासे ऐसे नाम जुड़ जाएंगे जो नई पीढ़ी ने यदा-कदा ही सुने होंगे। प्रतिभा पाटिल को देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने की पहली खबर माउंटआबू दौरे के दौरान ही मिली थी जब वे राजस्थान की राज्यपाल थीं। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 11 सितम्बर को माउंट आबू आने वाली चौथी राष्ट्रपति होंगी। इनसे पहले तीन राष्ट्रपति माउंट आ चुके हैं। इतना ही नहीं, संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव राबर्ट मूलर, जेम्स जोन्हा, समेत कई राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष समेत नामी हस्तियां माउंटआबू का दौरा कर चुकी हैं।
ये राष्ट्रपति आ चुके हैं माउंट

सूत्रों की मानें तो यहां सबसे पहले राष्ट्रपति रहते ज्ञानी जैलसिंह आए हैं। उनके बाद आर. वेंकटरमन और डॉ. एपीजे. अब्दुल कलाम भी माउंट आबू प्रवास आ चुके हैं। श्रीमती मुर्मु पद पर रहते हुए यहां आने वाली चौथी राष्ट्रपति होंगी। जो आगामी 11 सितम्बर को अपने दो दिवसीय प्रवास पर माउंट आबू पहुंचेगी।
सोनिया गांधी भी माउंट का मोह नहीं छोड़ पाईं

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर कांग्रेस सुप्रीमो श्रीमती सोनिया गांधी तक माउंटआबू आने से नहीं रह पाए। इन्होंने भी यहां आकर वादियों को निहारा है। इसके अलावा देश मंत्रियों, अन्य प्रदेशों के मंत्रियों, सचिवों, कलक्टरों समेत खास मेहमानों की सूची तैयार की जाए तो आंकड़ा हजारों में पहुंच जाएगा।
राज्यपाल और न्यायाधीश तक करते हैं प्रवास

राज्य के राज्यपाल की ओर से माउंट आबू को ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में संचालित किया जाता है। यहां करीब महीने भर गर्मियों के दिनों में राज्यपाल का प्रवास रहता है। देश के विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश, उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों, तीनों सेनाओं के प्रमुख रहे सीडीएस विपिन रावत, आर्मी, एयरफोर्स, नेवी समेत अन्य सशस्त्र सैन्य और अर्धसैनिक बलों के बड़े अफसर माउंट आबू आते-जाते रहे हैं।
मुख्यमंत्रियों की भी पसंदीदा जगह

आजादी के बाद से प्रदेश के कई मुख्यमंत्री भी यहां आते-जाते रहे हैं। इनमें मोहनलाल सुखाडिय़ा, बरकतुल्लाह खान, हरिदेव जोशी, भैरोंसिंह शेखावत, जगन्नाथ पहाड़िया, शिवचरण माथुर, हीरा लाल देवपुरा, वसुन्धरा राजे और अशोक गहलोत शामिल हैं। इनके अलावा अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री आते-जाते रहते हैं।
राजीव गांधी से लेकर अटल बिहारी तक माउंट को निहार चुके
कई दिग्गज ऐसे हैं जो प्रधानमंत्री बनने से पहले माउंट आ चुके हैं। जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, इंद्र कुमार गुजराल और वी.पी. सिंह शामिल है। इनमें कुछ ऐसे भी है जो प्रधानमंत्री बनने के बाद भी यहां आते रहे हैं।
नरेन्द्र मोदी भी कई बार आए
नरेंद्र मोदी बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री रहते यहां कई बार आते-जाते रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका यहां दौरा नहीं हुआ है। बताते हैं कि मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले भी यहां आते-जाते रहे हैं। आपातकाल के दौरान नरेन्द्र मोदी ने माउंट आबू में ही लंबा समय अज्ञातवास में व्यतीत किया था।
जवाहरलाल नेहरु भी आ चुके हैं यहां
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू साल 1956 में माउंटआबू आ चुके हैं। इसके बाद गुलजारी लाल नंदा, मोरारजी देसाई, श्रीमती इंदिरा गांधी, पी.वी. नरसिम्हाराव भी प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए माउंटआबू का दौरा कर चुके हैं।
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