बेसप्राइज नही भरी, फाइल जाएगी सरकार के पास नक्की झील में नौकायन को लेकर टेंडर से पूर्व 8 करोड रुपए बेस प्राइज तय की गई थी। लेकिन विनायक ट्रेडिंग कंपनी का आवेदन निरस्त किए जाने के बाद रिद्धि सिद्धि नौकायन व कोरल एसोसिएट कंपनी द्वारा नौकायन को लेकर भरी गई रेट को लेकर भी अब सन्देह गहरा गया है। दोनों ही कंपनियों द्वारा 5 करोड़ 20 लाख व 5 करोड़ 50 लाख रुपए बेस प्राइस भरी गई। ऐसे में अब जानकारों के अनुसार इस फाइल को अनुमोदन के लिए राज्य सरकार के पास भेजी जाएगी।
विनायक ट्रेडिंग कंपनी ने अनुभव प्रमाण पत्र के रूप में फर्जी सर्टिफिकेट पेश किया था। इस कारण इसे निरस्त किया गया। अन्य एक फर्म के बारे में नगर पालिका ने स्वयं ने अच्छे कार्य का प्रमाण पत्र दिया है। वहीं दूसरी फर्म को हाई कोर्ट ने स्टे दे रखा है।
अल्का सिंह, जिला कोषाधिकारी, सिरोही