शहर के दशहरा मैदान में आयोजित कवि सम्मेलन का देर रात तक श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया। कवि सम्मेलन के साथ ही सिरोही के 599वें स्थापना दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय रंगारंग समारोह का समापन भी हुआ। कवि सम्मेलन में सुप्रसिद्ध कवि डॉ कुमार विश्वास ने सिरोही शहर की धरती पर पहली बार काव्यपाठ कर देवभूमि को अपने काव्य से शृंगारित किया।
इससे पहले रविवार की शाम मिस सिरोही, मिस्टर सिरोही, बेस्ट कपल जैसी सौन्दर्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसके जूरी मेम्बर्स विप्रा मेहता, पारस राठौड एवं सुहानी नेनवा रहे।
इसके बाद रात्रि 9 बजे आयोजित कवि सम्मेलन में देश के ख्यातनाम कवि डॉ. कुमार विश्वास सहित अन्य कवियों ने शिरकत की। जिसका आगाज स्वयं डॉ कुमार विश्वास ने कवियों के परिचय से किया।
इसके बाद रात्रि 9 बजे आयोजित कवि सम्मेलन में देश के ख्यातनाम कवि डॉ. कुमार विश्वास सहित अन्य कवियों ने शिरकत की। जिसका आगाज स्वयं डॉ कुमार विश्वास ने कवियों के परिचय से किया।
दौसा से आई कवयित्री सपना सोनी ने गणेश वन्दना एवं नारी के मन के भावों को प्रेमरस में अपनी मधुर आवाज में ऐसे पेश किया कि उपस्थित सभी श्रोता अपनी सुधबुध खो बैठे। मंचासीन कवि रमेश मुस्कान, कवि कुशल कुशवाह, कवि अर्जुन सिसोदिया ने हास्यरस, वीररस एवं काव्य के अन्य रस बिखेरकर उपस्थित हजारों सुधि श्रोताओं को देर रात करीब एक बजे तक ऐसे बांधे रखा कि जनता साढे चार घंटे तक अपनी जगह से हिली तक नहीं।
कवि डॉ कुमार विश्वास ने श्रोताओं को अपने चिर परिचित अन्दाज में झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रोताओं की मांग पर डॉ कुमार विश्वास ने कोई दिवाना कहता है कोई पागल समझता है कविता को पढकर कवि सम्मेलन का माहौल बदल दिया। उन्होंने एक से बढकर एक काव्य पाठ किए। अन्त में उन्होंने श्रीकृष्ण व राधा के पवित्र प्रेम को एक नई कविता के माध्यम से ऐसे पेश किया कि उपस्थित श्रोताओं की आंखों से आंसू बह निकले। डॉ विश्वास ने काव्य के माध्यम से बताया कि द्वारिकाधीश बनने के लिए अपनी प्राण-प्रिया राधा व अपनी प्रिय बांसुरी को उन्होंने किस तरह छोडा होगा।
उन्होंने श्रीकृष्ण के वापस वृन्दावन आने व राधा से मिलने पर हालचाल पूछने के भावों व कृष्ण के कृष्ण बनने की मन:स्थिति पर अपनी नई कविता मथुरा छूटी, छूटी द्वारिका, इन्द्रप्रस्थ ठुकराऊं—सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया। इसके बाद विधायक संमय लोढ़ा के आग्रह पर डॉ. विश्वास ने राजा अंधा हो जाए तो, सेवा धंधा हो जाए तो सुनाते हुए व्यंग्य बाण छोडकर सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन युवा कवि कार्तिकेय शर्मा एवं समापन संचालन दिलीप शर्मा ने किया।
पूर्व नरेश पद्मश्री रघुवीर सिंह देवडा का किया सम्मान कवि सम्मेलन में शामिल हुए सिरोही रियासत के पूर्व नरेश पद्मश्री रघुवीर सिंह देवडा का विधायक लोढ़ा ने सम्मान किया। इस दौरान पद्मश्री रघुवीर सिंह देवडा ने सिरोही के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए महलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महल में अभी काम चल रहा है, अगले वर्ष जब सिरोही अपना 600वां स्थापना दिवस मनाएगा तब सिरोही रियासत के राज महल के दरवाजे आम जनता के अवलोकनार्थ खोल दिए जाएंगे। उन्होंने सिरोही महल के विभिन्न भवनों से जुडी ऐतिहासिक बातें भी बताई।
भामाशाहों का सम्मान समारोह में विधायक संयम लोढा, जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल, पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने भामाशाहों का प्रशस्ति पत्र, शॉल व पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया। प्रवासी राजस्थानी भामाशाह रायचन्द सोनी दुबई की ओर से घोषित 51000 रुपए का नगद पुरस्कार जो कि महात्मा गांधी विद्यालय की बहुआयामी प्रतिभा दिशा माली को दिया जाना है, उसका सांकेतिक चैक भी बालिका को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सलाहकार एवं क्षेत्रीय विधायक लोढा, जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल, एसपी गुप्ता, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वमिता सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ टी शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर कालूराम खौड, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बृजेश सोनी, पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, धीरज श्रीवास्तव, सभापति महेन्द्र मेवाडा, जावाल नगर पालिका अध्यक्ष कनाराम भील अन्य जनप्रतिनिधियों समेत हजारों सुधि श्रोता देर रात तक उपस्थित रहे।