7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Gaurav Samman: एक सरपंच तो दूसरी इंजीनियर जो आदिवासी समाज के लिए बनी रॉल मॉडल, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

Gaurav Samman 2024: आदिवासी समाज में रेखा कुमारी व थावरी बाई एक रोल मॉडल के रूप में उभरी है।

2 min read
Google source verification
sirohi tribal women

Sirohi News: आबूरोडबांसवाड़ा जिले में आदिवासियों के पवित्र धाम मानगढ़ में शुक्रवार को आयोजित आदि गौरव सम्मान समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सामाजिक बदलाव की वाहक सरपंच रेखा कुमारी व सोलर इंजीनियर थावरी बाई को उनकी अनुकरणीय सेवाओं व योगदान के लिए सम्मानित किया।

रेखा कुमारी सिरोही जिले के आबूरोड ब्लॉक की ग्राम पंचायत निचलागढ़ की सरपंच है। वहीं, थावरी बाई भी इसी गांव की रहने वाली है। समारोह में राष्ट्रपति मुर्मु ने सरपंच रेखा कुमारी को आदि ग्रामोत्थायन गौरव सम्मान व थावरी बाई को आदि सेवा गौरव सम्मान से सम्मानित किया।

आदिवासी किशोरियों में शिक्षा की अलख जगाई

सरपंच रेखा कुमारी ने दूसरा दशक परियोजना में आवासीय शिविर की एक सहभागी के रूप में जुड़कर सतत पढाई करते हुए सीनियर सैकण्डरी तक की शिक्षा पूर्ण की। इसके बाद दूसरा दशक के जाग्रत महिला संगठन की सक्रिय कार्यकर्ता बनीं। उन्होंने आदिवासी किशोरियों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चार माह के आवासीय शिविर में एक शिक्षिका की भूमिका निभाई। रेखा का एक बार सरपंच बनने का सपना था।

यह भी पढ़ें: राजधानी जयपुर को मिली बड़ी सौगात, करोड़ों की लागत से बनेंगे 2 पार्क; जानें कहां?

आदिवासी क्षेत्र में जाग्रत महिला संगठन की सक्रिय कार्यकर्ता और समाज के लिए किए गए प्रयासों के कारण उसे समुदाय ने सरपंच बनाया। आज आदिवासी समाज में रेखा कुमारी व थावरी बाई एक रोल मॉडल के रूप में उभरी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मु से मिला सम्मान स्व. अनिल बोर्दिया के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है।

थावरी ने 350 घरों में लगाए सोलर सिस्टम

इधर, सोलर इंजीनियर थावरी बाई ने बिंदी इंटरनेशनल संस्था के माध्यम से किशनगढ़ के हरमाड़ा में सोलर सिस्टम का 6 माह का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद उन्होंने अपने साथ प्रशिक्षित नौ आदिवासी महिलाओं के साथ अपने समुदाय के लोगों को सोलर लाइट लगाने के लिए प्रेरित किया।

थावरी ने भाखर के निचलागढ़ समेत करीब 20 फलियों में 350 घरों में संस्था की तरफ से नि:शुल्क सोलर सिस्टम लगाए। आज इस सिस्टम से प्रत्येक घर में चार बल्ब रोशनी फैला रहे हैं व एक पंखे से गर्मी में राहत मिल रही है। थावरी इन सोलर सिस्टम में तकनीकी खराबी आने पर खुद ठीक करने पहुंचती है।

यह भी पढ़ें: राजस्थान का ये गांव छावनी में तब्दील, पैंथर की तलाश में सेना-पुलिस के शार्प-शूटर लगे, अब बदला ‘आदमखोर’ का ठिकाना