थाना प्रभारी हरिसिंह राजपुरोहित ने बताया कि दिसंबर 2022 में हुई द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के सामान्य ज्ञान का पेपर लीक मामले में रामावि भावरी का उप प्रधानाचार्य अनिल मीणा उर्फ शेरसिंह मीणा मास्टर माइंड था। इसलिए एसओजी उसे पूछताछ के लिए यहां लाई थी। उसके ऊपर एक लाख रुपए का इनाम भी था। एसओजी ने आरोपी के संपर्क में आए लोगों की जानकारी ली। बाद में उसकी निशानदेही पर लग्जरी कार जब्त की गई।
एक करोड़ में बेचा था पेपर
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण के सरगना शेर सिंह मीणा ने एक करोड़ रुपए में आरोपी भूपेन्द्र सारण को पेपर बेचा था। पुलिस के मुताबिक शेर सिंह मीणा ने 5 साल पहले ही गांव छोड़ दिया। इसकी वजह यह है कि वह अपनी संपत्ति की भनक किसी को नहीं लगने देना चाहता था। चौमूं जयपुर निवासी शेर सिंह सरूपगंज भावरी स्कूल में वाइस प्रिंसिपल था। पिछले ढाई महीने से फरार था। एसओजी ने आरोपी अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा को ओडिशा से गिरफ्तार किया था। मीणा की 11 दिन की रिमांड पूरी होने पर एसओजी टीम ने उदयपुर के एडीजे वन कोर्ट में पेश किया था। जहां उसके एक अन्य सहयोगी अरुण शर्मा को भी न्यायालय में पेश किया था। जहां से कोर्ट ने अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा को 19 अप्रेल तक और अरुण शर्मा को 24 अप्रेल तक एसओजी के रिमांड पर सौंपा था।
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण के सरगना शेर सिंह मीणा ने एक करोड़ रुपए में आरोपी भूपेन्द्र सारण को पेपर बेचा था। पुलिस के मुताबिक शेर सिंह मीणा ने 5 साल पहले ही गांव छोड़ दिया। इसकी वजह यह है कि वह अपनी संपत्ति की भनक किसी को नहीं लगने देना चाहता था। चौमूं जयपुर निवासी शेर सिंह सरूपगंज भावरी स्कूल में वाइस प्रिंसिपल था। पिछले ढाई महीने से फरार था। एसओजी ने आरोपी अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा को ओडिशा से गिरफ्तार किया था। मीणा की 11 दिन की रिमांड पूरी होने पर एसओजी टीम ने उदयपुर के एडीजे वन कोर्ट में पेश किया था। जहां उसके एक अन्य सहयोगी अरुण शर्मा को भी न्यायालय में पेश किया था। जहां से कोर्ट ने अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा को 19 अप्रेल तक और अरुण शर्मा को 24 अप्रेल तक एसओजी के रिमांड पर सौंपा था।