सूचना मिलने पर सुमेरपुर प्रवास पर आए केबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत व राज्यमंत्री ओटाराम देवासी भी अस्पताल पहुंचे तथा घायलों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछ हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी, जिला कलक्टर सिरोही शुभम चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर भास्कर विश्नोई, बाली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हर्ष, सुमेरपुर उपखंड अधिकारी, शिवगंज पुलिस उपाधीक्षक विवेकसिंह भी तत्काल मौके पर पहुंचे तथा अधिकारियों को व्यवस्थाओं संबंधी आवश्यक निर्देश प्रदान किए। इस घटना की सूचना मिलने पर सबसे पहले शिवगंज तहसीलदार पेमाराम पुनिया व सुमेरपुर तहसीलदार प्रांजल कंवर जिला अस्पताल पहुंचे तथा घायलों व मृतकों के बारे में जानकारी लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया।
जानकारी के अनुसार मेहसाना जिले के चोटिया कस्बे के सेठ सीसीएन विद्यालय के बच्चे, स्कूल के शिक्षक व सहयोगी कार्मिक बुधवार रात करीब तीन बजे दो बसों में सवार होकर शैक्षणिक भ्रमण पर रामदेवरा होते हुए वाघा बॉर्डर के लिए रवाना हुए थे। सुबह करीब पौने छह बजे सुमेरपुर थाना क्षेत्र में पालडी जोड के समीप एक बस का चालक घने कोहरे की वजह से सडक पर खडे डामर से भरे ट्रोले को नहीं देख सका और तेज रफ्तार बस ट्रोले से जा भिड़ी। भिडंत इतनी जबरदस्त थी कि बस के परखच्चे उड गए। बस में बच्चों की चीख पुकार मच गई।
पालडी जोड के समीप स्कूली बच्चों की बस दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की सूचना देखते ही देखते आग की तरह शहर में फैल गई। कुछ ही देर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, भाजपा, स्वयंसेवी संगठन मानव आशा संस्थान व अन्य संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अस्पताल व घटना स्थल पहुंचे तथा घायलों की मदद में जुट गए । घायलों की संख्या इतनी थी कि अस्पताल में स्ट्रेचर भी कम पड गए। इस वजह से भाजपा व आरएसएस के कार्यकर्ता घायलों को अपने हाथों में उठाकर अस्पताल के भीतर ले गए और चिकित्सकों ने तत्काल उपचार शुरू किया।
अस्पताल में उपचार के दौरान गंभीर रूप से घायल प्रकाश (60) पुत्र दयालाल निवासी चोटिया मेहसाना तथा विपुल भाई चौधरी (35) की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों मृतकों के शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवा उनके परिजनों को सूचना दी। इस बीच गंभीर रूप से घायल 8 जनों को रैफर किया गया, जिनमें 6 घायल सिरोही के जिला अस्पताल पहुंचे। शिवगंज अस्पताल में भर्ती बारह जनों का उपचार चल रहा है। जिसमें छह बच्चे और छह वयस्क है। इधर, सिरोही अस्पताल प्रभारी डॉ. वीरेन्द्र महात्मा के मुताबिक यहां भर्ती घायलों के पैर व हाथ में चोटें आई थी। प्राथमिक उपचार के बाद घायल अन्यत्र उपचार के लिए रवाना हो गए।
तहसीलदार पेमाराम पुनिया ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस में कुल 76 लोग सवार थे। जिनमें 65 बच्चे शामिल है। बस में 11 स्टाफ सदस्य भी थे, जिनमें चार शिक्षक है। स्कूल की दूसरी बस जो आगे चल रही थी, उसमें स्कूली बालिकाएं सवार थी। सुमेरपुर की तहसीलदार प्रांजल कुंवर ने बताया कि इन बच्चों को वापस उनके गांव भेजने के लिए सुमेरपुर से दो बसों की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है।