जिले में ऐसी कई स्कूलें हैं जहां बालिकाओं के घर व स्कूल की दूरी अधिक है। वहीं सिरोही आदिवासी क्षेत्र में यह हालत गंभीर है। ऐसे में आवागमन के साधन कम है। साइकिलें बच्चियों के लिए विद्यालय व घर के बीच आवागमन का मुख्य साधन है। विशेष कर गरीब तबके की बालिकाओं के लिए साइकिलें फायदेमंद है। ऐसे में बालिकाएं साइकिलों का इंतजार करती है।
साइकिल इनके लिए सुलभ व सहज साधन बालिकाओं में अधिकांश दूरदराज के गांवों व ढाणियों से पढ़ऩे आती है। ऐसे में साइकिल सुलभ व सहज साधन रहता है। छात्राओं को राज्य सरकार की ओर से निशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत साइकिलें मिलती हैं। ऐसे में ये बालिकाएं पूरे साल पैदल चल कर स्कूल आई और नवीं कक्षा उत्तीर्ण की। उधर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी नरेश परमार ने बताया कक्षा 9वीं में पढ़ऩे वाली बालिकाओं को सत्र 2022-23 की साइकिलें नहीं मिली है और नहीं सूचना मांगी है।
इन्होंने बताया राज्य में बेटियों को समय पर सत्र 2022-23 की साइकिलों का वितरण नहीं किया जाना खेद जनक है। बेटियों को साइकिल वितरण करवाने के लिए शिक्षामंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा।- डॉ. उदयसिंह डिंगार, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान समग्र शिक्षक संघ