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टोल वसूली की अवधि समाप्त होने के बाद दूसरी बार बढ़ाई टोल वसूली की सीमा

स्टेट हाइवे खस्ताहाल होने व अवधि समाप्त होने के बाद टोल चुका रहे वाहनचालक टोल वसूली की अवधि 31 मार्च 2022 तक थी, लेकिन कोरोना के बाद 6 माह की अवधि और बढ़ा दी गई थी, अब दूसरी बार एक माह के लिए बढ़ाई सीमा सिंदरथ, करोटी व मंडार टोल पर वाहनों से वसूला जाता है कर

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टोल वसूली की अवधि समाप्त होने के बाद दूसरी बार बढ़ाई टोल वसूली की सीमा

टोल वसूली की अवधि समाप्त होने के बाद दूसरी बार बढ़ाई टोल वसूली की सीमा

मंडार. सिरोही -मंडार स्टेट हाइवे संख्या 27 पर वाहनचालकों से टोल वसूली की अवधि समाप्त होने के बाद अब दूसरी बार टोल वसूली की अवधि बढ़ा दी है। जिससे अवधि समाप्त होने के बाद भी यहां वाहनचालकों से टोल वसूली हो रही है। जिससे वाहनचालक परेशान है। विडम्बना तो यह कि गुजरात बॉर्डर तक जाने वाले इस सड़क के खस्ताहाल होने व टोल संग्रहण की अवधि समाप्त होने के बाद भी सिंदरथ, करोटी व मंडार तीनों टोल बूथों पर टोल वूसला जा रहा है। जानकारी के अनुसार सिरोही -मंडार स्टेट हाइवे पर शिव पूजा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने सडक़ का निर्माण करवा कर टोल संग्रहण का काम 1 मई 2010 को शुरू किया गया था। जिस पर टोल वसूली की अवधि 31 मार्च 2022 तक थी, लेकिन कोविड-19 महामारी की वजह से सरकार ने 6 माह की अवधि और बढ़ाकर 5 अक्टूबर 2022 तक कर दिया था। यह अवधि समाप्त होने पर यहां फिर से दूसरी बार टोल वसूली की अवधि बढ़ा दी गई है। टोल कर्मचारियों ने टोल बूथ पर टोल वसूली जारी रखते हुए टोल संग्रहण की तिथि 5 नवंबर 2022 तक बढाने के स्टीकर तक चिपका दिए हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि वर्तमान में स्टेट हाइवे की सडक़ खस्ताहाल है, इसके बाद भी लगातार टोल चुकाना पड़ रहा है। इससे वाहन चालयों व स्थानीय लोगों में रोष है। व्यापारियों व टैक्सी संचालकों ने बताया सडक़ जर्जर होने व टोल वसूली की समयावधि पूरी होने के बाद भी वाहनचालकों से टोल वसूली जारी है। जबकि बार बार अवगत कराने के बावजूद सड़क की सुध नहीं ली जा रही है।

शुरुआत से रहा है गटर नुमा नालियों का विवादयहां स्टेट हाइवे पर

यहां स्टेट हाइवे पर आबादी क्षेत्र में पानी निकासी की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। सड़क निर्माण के समय आबादी क्षेत्र में स्टेट हाइवे के दोनों तरफ पानी निकासी के लिए नालियों का निर्माण किया गया था, ताकि पानी खारीवाव तथा उप तहसील के सामने स्थित तालाब में चला जाय। जिसके लिए पंचायत ने भी सहयोग किया था। लेकिन नालियां कचरे से अटी पड़ी है। जिससे पानी निकासी व्यवस्था फेल है।

अधिकारी बोले

टोल वसूली की अवधि पूर्ण हो चुकी थी, लेकिन वापस एक माह की अवधि बढ़ा दी गई है। अवधि बढ़ाने के बारे में जानकारी उच्चाधिकारी ही दे सकते हैं। सडक़ व नालियां टूटी होने के बारे में अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। ----प्रेमप्रकाश, सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभा, रेवदर